अकोला मनपा को 180 करोड का तोहफा
अगले दो वर्षो में विदर्भ का बैकलाग खत्म

* मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का ऐलान
* 2700 करोड के विकास कार्यो का
* नया अनुशेष नहीं बनने देंगे
* वैन गंगा- नल गंगा
अकोला/ दि. 11- मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अगले दो वर्षो में विदर्भ का संपूर्ण अनुशेष खत्म कर देने का ऐलान आज दोपहर यहां अकोला क्रिकेट क्लब मैदान पर विकास संवाद सभा को संबोधित करते हुए किया. फडणवीस ने कह दिया कि अब विदर्भ का बैकलाग तैयार ही नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि नल गंगा – वैन गंगा प्रकल्प अजूबा होने जा रहा है. जिससे 10 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी. पश्चिम विदर्भ के सभी 6 जिले सुजलाम सुफलाम होेंगे. सीएम फडणवीस के हस्ते अकोला जिले के 2700 करोड के 19 प्रकल्पों का उद्घाटन अथवा भूमि पूजन किया गया. फडणवीस ने अतिशीघ्र अकोला विमानतल को भी ऑपरेटिव बनाने का भरोसा दिलाया. इसके लिए रनवें की चौडाई और लंबाई बढाने की आवश्यकता हैं, उसे अतिशीघ्र पूर्ण किया जायेगा. जल्द अमरावती की तरह अकोला से भी मुंबई के लिए यात्री विमानों की उडान साकार करने का ऐलान मुख्यमंत्री ने किया.
उन्होंने 650 करोड की भूमिगत गटर योजना का ऐलान करते हुए अकोला मनपा को 180 करोड रूपए का हिस्सा माफ कर देने की भी घोषणा कर दी. मुख्यमंत्री ने अनेक विषयों को अपने करीब आधे घंटे के संबोधन में लिया. उन्होंने दावा किया कि 25 वर्षो से प्रलंबित कई परियोजनाएं महायुति सरकार साकार करने जा रही है. जिससे सिंचाई की समस्या तो नहीं रहेगी. साथ ही दिसंबर 2026 तक किसानों को सौर उर्जा के माध्यम से दिन में 12 घंटे पर्याप्त बिजली वर्ष के 12 महीने उपलब्ध होगी. मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की भी अनेक उपलब्धियों को इस समय गिनाया. उसी प्रकार अगले दो वर्षो में देश की अर्थ व्यवस्था विश्व में तीसरे नंबर पर लाने का भरोसा व्यक्त किया. भाजपा नेता और सीएम फडणवीस ने कहा कि पश्चिम विदर्भ का औद्योगिक विकास भी उनकी विषय सूची में प्राथमिकता से हैं. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख कर कहा कि देश में राष्ट्रवादी नेताओं की सरकार है. जिससे पडोसी मुल्क को उसकी औकात दिखाई जा रही हैं. समस्त विश्व के बडे देश आज भारत के साथ खडे हैं.
सीएम फडणवीस ने अपनी सरकार के 100 दिनों के एजेंडे का भी जिक्र किया और कहा कि प्रशासन जो सुस्त रहता था, अब गतिमान हो गया है. उसी प्रकार पारदर्शी और गतिशील किया गया है. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने मेटा कंपनी के साथ अनुबंध किया है. जिससे राज्य में किसी भी प्रकार के प्रमाणपत्र और सरकारी दस्तावेजों की सुविधा वॉट्सअॅप पर मिल जायेगी. इसी समाज माध्यम पर आवेदन और शुल्क भुगतान करने के साथ तत्परता से प्रमाणपत्र उपलब्ध हो जायेंगे. लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पडेंगे.
मुख्यमंत्री ने निकाय चुनाव में भी विधान सभा चुनाव सरीखा आशीर्वाद देने का आवाहन जन समूह से किया. उन्होंने वादा किया कि क्षेत्र का विकास इससे गतिमान होगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं से दिन रात एक करने का आवाहन किया. समाचार लिखे जाने तक सीएम फडणवीस का उदबोधन जारी था.
इससे पहले अकोला के सांसद अनूप धोत्रे ने अमरावती की तरह अकोला विमानतल को भी ऑपरेटिव बनाने का अनुरोध मुख्यमंंत्री से किया. पीएम फडणवीस को उनके अमरावती विमानतल के उदघाटन समारोह की घोषणा का स्मरण करवाया. उसी प्रकार शंकुतला रेल लाइन आमान परिवर्तन के साथ पुन: संचालित करने की मांग क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों की होने का उल्लेख किया. समारोह में पालकमंत्री एड. आकाश फुंडकर ने कहा कि अकोला में आज ढाई हजार करोड के विकास कार्य शुरू हो रहे हैं. इसका सारा श्रेय सीएम फडणवीस को है. उन्होंने इसी प्रकार अकोला की विकास परियोजनाओं को तेजी से क्रियान्वित करने और उसके लिए आवश्यक फंड उपलब्ध करवाने का ऐलान किया. वहीं मंत्री शिवेन्द्र राजे भोसले ने कहा कि देवेन्द्र फडणवीस सचमुच जननेता है. प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र की लोगों की अपेक्षा और समस्याओं को जितना फडणवीस जानते हैं उतना कोई अन्य लीडर नहीं. विधायक रणधीर सावरकर का भी समयोचित संबोधन हुआ.
मंच पर मुख्यमंत्री के साथ दोनों मंत्री शिवेन्द्र राजे, आकाश फुंडकर, बीेजेपी प्रदेश कार्याध्यक्ष रवीन्द्र चव्हाण, सांसद अनूप धोत्रेे, विधायक सर्वश्री प्रकाश भारसाकले, वसंत खंडेलवाल, रणधीर सावरकर, हरीश पिंपले, अनंतराव देशमुख, उपेन्द्र कोठेकर, संतोष शिवरकर, मुकुंद देशमुख, डॉ. रणजीत पाटिल,अमरावती के जयंत डेहनकर, दिनेश सूर्यवंशी, अकोला के बीजेपी पीआरओ गिरीश जोशी, जिलाध्यक्ष विजय अग्रवाल अन्य सभी मौजूद थे. सभा में महिलाओं की भी संख्या काफी रही. वे देवाभाउ के पोस्टर लहराती हुई जोश के साथ सभा में उपस्थित रही. संचालन सिध्दार्थ शर्मा ने किया. आभार प्रदर्शन विजय अग्रवाल ने किया. विकास संवाद सभा में बारंबार भारत माता की जय और छत्रपति शिवाजी महाराज के जयकारे लगते रहे. उसी प्रकार देवा भाउ आगे बढो का घोष भी होता रहा.