वैष्णवी हगवणे आत्महत्या प्रकरण में फरार ससुर और देवर गिरफ्तार
घटना के 7 दिन बाद बावधन पुलिस ने पुणे के स्वारगेट से आरोपियों को दबोचा

* डीसीपी विशाल गायकवाड ने पत्रकार परिषद में दी जानकारी
पुणे /दि.23- वैष्णवी हगवणे आत्महत्या प्रकरण में पुलिस ने आखिरकार फरार ससुर राजेंद्र हगवणे और देवर सुशिल हगवणे को गिरफ्तार कर लिया. वैष्णवी ने ससुरालवालों के अत्याचारों से त्रस्त होकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद 7 दिनों से आरोपी ससुर और देवर फरार थे. इन फरार आरोपियों की तलाश के लिए 6 दल गठित किये गये थे. आखिरकार आज शुक्रवार 23 मई को तडके 4.30 बजे के दौरान इन दोनों को बावधन पुलिस ने पुणे के स्वारगेट से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड ने पत्रकार परिषद में यह जानकारी दी.
वैष्णवी हगवणे के आत्महत्या प्रकरण में अनेक सनसनीखेज खुलासे हुए है. हगवणे की तरफ से बडी बहू पर भी अत्याचार होते थे. संपूर्ण राज्य में वैष्णवी आत्महत्या प्रकरण की चर्चा शुरु है. दिल्ली के महिला आयोग ने भी इसे गंभीरता से लिया है. फरार आरोपी राजेंद्र हगवणे और सुशील हगवणे को गिरफ्तार किये जाने की जानकारी डीसीपी विशाल गायकवाड और बावधन पुलिस ने पत्रकार में केवल एक से डेढ मिनट में दी. पुलिस ने बताया कि, वैष्णवी आत्महत्या प्रकरण में पुलिस ने मृतक के पति शशांक हगवणे, सास लता हगवणे और ननद करिश्मा हगवणे को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. राजेंद्र और सुशील हगवणे फरार थे. उनकी तलाश के लिए 6 दल गठित किये गये थे. इन दोनों को आज पुणे के स्वारगेट से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह भी बताया कि, इस प्रकरण के सभी सबूत उन्होंने इकठ्ठा किये है. वरिष्ठों के मार्गदर्शन में जल्द ही इस प्रकरण की तह तक पहुंचा जाएगा. फरार दोनों आरोपी 7 दिन से कहां छिपे बैठे थे, ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है. राजेंद्र हगवणे राष्ट्रीय कांग्रेस अजीत पवार गुट के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य थे. वैष्णवी के पिता आनंद कस्पटे द्वारा दी गई शिकायत के मुताबिक वैष्णवी के विवाह मेें उन्होंने 51 तोला सोना, फॉर्च्यूनर कार और चांदी के बर्तन दिये थे. इसके बावजूद विवाह के दूसरे दिन से ही शशांक और उसके सास, ससुर ने घर के मामूली काम के विवाद पर से वैष्णवी पर अत्याचार शुरु किये थे. दहेज के लिए मानसिक अत्याचार कर क्रूर बर्ताव भी किया गया. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में वैष्णवी के शरीर पर मारपीट के निशान पाये गये थे.