अबू आझमी ने की निलंबन रद्द करने की मांग
विस अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को सौंपा पत्र

मुंबई/दि. 8 – मुगल शहंशहा औरंगजेब को बेहतरीन शासक बतानेवाला बयान दिए जाने पर महाराष्ट्र विधानसभा से बजट सत्र हेतु निलंबित समाजवादी पाट के विधायक अबू आसीम आझमी ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के नाम पत्र लिखकर अपने निलंबन को रद्द किए जाने की मांग उठाई है. इस पत्र में विधायक आझमी का कहना रहा कि, उन्होंने औरंगजेब के संदर्भ में लिखी हुई एक किताब के लेखक के हवाले से उपरोक्त बयान दिया था. साथ ही उनके द्वारा दिए गए बयान के अर्थ को तोडमरोडकर पेश किया गया है. ऐसे में उन्हें बजट सत्र से निलंबित किए जाने की कार्रवाई अन्यायपूर्ण है.
बता दें कि, विधानसभा में छत्रपति संभाजी महाराज के संदर्भ में अपनी बात रखते हुए विधायक अबू आझमी ने दावा किया था कि, औरंगजेब और संभाजी महाराज के बीच धर्म की नहीं बल्कि सत्ता की लडाई थी. औरंगजेब एक बेहतरीन व कुशल प्रशासक था तथा औरंगजेब ने कई मंदिरों का निर्माण भी करवाया था. औरंगजेब का गुणगान करते हुए विधायक आझमी द्वारा दिए गए इस बयान पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई विधायकों ने संतप्त होते हुए विधायक आझमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. साथ ही मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने आझमी निलंबन का प्रस्ताव विधानसभा में पेश किया था. जिसे सर्वसम्मति के साथ मंजूर किया गया था. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधायक आझमी को फिलहाल चल रहे विधान मंडल के बजट सत्र से निलंबित कर दिया था. ऐसे में अपने खिलाफ हुई कार्रवाई को एकतरफा व अन्यायपूर्ण बताते हुए विधायक आझमी ने कहा कि, उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज को लेकर कोई बयान नहीं दिया. बल्कि छत्रपति संभाजी महाराज के प्रति आदर ही दिखाया. वहीं उन्होंने कुछ लेखकों का हवाला देते हुए जानकारी दी थी कि, औरंगजेब ने कुछ मंदिरों के निर्माण हेतु सहायता भी की थी. जिसका सदन के सदस्यों सहित मीडिया द्वारा गलत मतलब निकाला गया.