दुपहिया में साडी का पल्लू अटकने से हादसा, शिक्षिका की मौत
नौकरी पर लगे तीन दिन ही हुए थे, बेटी का जन्मदिन मनाने जा रही थी
यवतमाल/दि.5 – समिपस्थ उमरखेड तहसील अंतर्गत शिवाजी नगर स्थित जिला परिषद प्राथमिक शाला में तीन दिन पहले ही शिक्षिका के तौर पर नौकरी शुरु करने वाली मनीषा अरविंद घोडके (34) नामक महिला एक अजीबो-गरीब हादसे का शिकार हो गई. जिप शाला में अपनी पहली नियुक्ति और अपनी बेटी के जन्मदिवस की खुशी को अपनी शाला के विद्यार्थियों के साथ मनाने हेतु चॉकलेट लेकर स्कूल की ओर निकली मनीषा घोडके की साडी का पल्लू दुपहिया वाहन के पहिये में अटक गया. जिसके बाद वह चलती दुपहिया से नीचे सडक पर आ गई और सिर पर गहरी चोट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई. ऐसे में नई-नई नौकरी और बेटी के जन्मदिवस की वजह से बेहद खुश रहने वाले घोडके दम्पति की खुशिया एक झटके में खत्म हो गई.
जानकारी के मुताबिक बेहद विपरीत स्थिति एवं कडे संघर्ष के बाद मनीषा घोडके ने अभियोग्यता परीक्षा के जरिए मेरीट सूची में स्थान हासिल किया था. पश्चात पवित्र पोर्टल के जरिए उनका चयन यवतमाल जिला परिषद हेतु हुआ और उन्हें शिवाजी नगर स्थित जिप प्राथमिक शाला में नियुक्ति दी गई. सरकारी शाला में शिक्षक की नौकरी मिल जाने के चलते अब घर की आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी. इस विचार से पूरा परिवार खुश था और सोमवार 1 जुलाई को शाला शुरु होते ही मनीषा घोडके ने शाला में उपस्थित होकर अध्यापन का जिम्मा संभाल लिया तथा दो दिन में ही विद्यार्थियों ने नई शिक्षिका के तौर पर उन्हें पसंद करना शुुरु कर दिया. वहीं बुधवार 3 जुलाई को मनीषा घोडके की बेटी का जन्मदिवस था. जिसके चलते उन्होंने शाला हेतु निकलने से पहले बच्चों में बांटने हेतू चॉकलेट का डिब्बा खरीदा और वे अपने पति के साथ दुपहिया वाहन की पिछली सीट पर बैठकर गोकुंडा गांव से शिवाजी नगर जाने हेतु निकली. लेकिन टाकली से दराटी गांव से बीच स्थित पुल पर मनीषा घोडके की साडी का पल्लू अचानक ही दुपहिया वाहन के पिछले पहिये में अटक गया और वे एक झटके के साथ दुपहिया वाहन से नीचे सडक पर आ गिरी. जिससे उनके सिर पर काफी गंभीर चोटे आयी. इस हादसे के बाद मनीषा के प्रति अरविंद घोडके ने उन्हें तत्काल आदिलाबाद के अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया. लेकिन दवाखाने में पहुंचने से पहले ही मनीषा घोडके की मौत हो चुकी थी. जिसके चलते पूरे परिसर में शोक की लहर देखी जा रही है.