बदलापुर के बाद अकोला, पुणे व ठाणे से भी संतापजनक खबरें
छोटी बच्चियों पर लैंगिक अत्याचार की घटनाओं से थर्राया महाराष्ट्र

मुंबई/दि.21 – कुछ समय पूर्व कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए अत्याचार तथा दो दिन पूर्व ठाणे जिलांतर्गत बदलापुर में दो छोटी बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण की घटना के बाद अब अकोला, पुणे व ठाणे से भी इसी तरह की संतापजनक खबरें सामने आयी है और छोटी बच्चियों के साथ होने वाले लैंगिक अत्याचारों वाली इन घटनाओं से समूचा महाराष्ट्र थर्रा उठा है.
अभी पूरे महाराष्ट्र में बदलापुर का मामला ही चर्चा में चल रहा था कि, अकोला जिलांतर्गत बालापुर तहसील के काजीखेड गांव स्थित जिला परिषद की उच्च माध्यमिक शाला में प्रमोद सरदार नामक युवक ने अश्लील वीडियो दिखाते हुए शाला की 6 छात्राओं के साथ मानसिक प्रताडना की. साथ ही उन्हें गलत पद्धति से स्पर्श करते हुए उनसे अश्लील संभाषण किया. यह सिलसिला करीब 4 माह से चल रहा था. जिसके उजागर होने के बाद संबंधित अभिभावकों ने उरल पुलिस थाने पहुंचकर उक्त शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद प्रमोद सरदार नामक शिक्षक को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के साथ ही उसे सेवा से निष्कासित कर दिया गया है. साथ ही साथ शाला के मुख्याध्यापक रवींद्र समदुर व केंद्र प्रमुख तायडे को भी निलंबित किया गया है.
इसके साथ ही पुणे के भवानी पेठ परिसर स्थित नामांकित शाला में भी स्वाधीनता वाले दिवस के दिन कक्षा 7 वीं में पढने वाली नाबालिग छात्रा पर उसी शाला के 19 वर्षीय छात्र छात्र द्वारा अत्याचार करने का प्रयास किया गया. इसकी जानकारी मिलते ही पुणे पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच जारी है.
इसके अलावा ठाणे के कलवा अस्पताल परिसर स्थित बगीचे में बैठा 42 वर्षीय व्यक्ति एक नाबालिग लडकी के साथ आपत्तिजनक व्यवहार करने का प्रयास कर रहा था. ठीक उसी समय कुछ जूनियर डॉक्टर कोलकाता की घटना का निषेध करने हेतु आंदोलन कर रहे थे. जिन्हें उक्त व्यक्ति और उसके साथ मौजूद नाबालिग लडकी को देखकर कुछ संदेह हुआ, तो उन्होंने तुरंत ही सुरक्षा रक्षकों को बुलाया और सुरक्षा रक्षकों ने उस व्यक्ति के साथ डांटडपट करते हुए उक्त नाबालिग लडकी से पूछताछ की, तो पता चला कि, उक्त नाबालिग लडकी उस व्यक्ति को नहीं पहचानती थी. ऐसे में सुरक्षा रक्षकों व जूनियर डॉक्टरों ने उस व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया.