अजय नावंदर को मिली जमानत
डीएचएफएल घोटाले में किया गया था नामजद
नई दिल्ली /दि.15- दिवान हाउसिंग फाइनांस लिमिटेड यानि डीएचएफएल बैंक में हुए कर्ज घोटाले में प्रमुख आरोपी रहने वाले अजय रमेशचंद्र नावंदर को गत रोज सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत देना मंजूर किया गया.
बता दें कि, 34,615 करोड रुपए के इस घोटाले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाली 17 बैंकों के एक समूह को आरोपियों द्वारा फंसाया गया था. जिसमें अजय नावंदर की द्वारा बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई थी. वहीं इस मामले में गिरफ्तार किये जाने के बाद अजय नावंदर के पास से करोडों रुपयों के गहने व पेंटींग जब्त किये गये. पकडे जाने के पश्चात अजय नावंदर को इलाज कराने हेतु निजी अस्पताल में भर्ती हरने के लिए निचली अदालत द्वारा मंजूरी दी गई थी. लेकिन इस इमानत को आगे चलकर दिल्ली हाईकोर्ट में यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि, नावंदर का महाराष्ट्र में काफी अधिक प्रभाव है. जिसका इस्तेमाल करते हुए नावंदर द्वारा गवाहों पर दबाव डाला जा सकता है. जिसके पश्चात अजय नावंदर की ओर से जमानत मिलते ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई. जिसे सुप्रीम कोर्ट ने गत रोज मंजूरी दी है.
* दो आरोपी है जेल में
डीएचएफएल के पूर्व प्रवर्तक कपिल वाधवान व धीरज वाधवान इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार है और इस समय दोनों इसी मामलें के तहत पकडे जाने के बाद जेल में है. वाधवान भाईयों की नियमित जमानत के आवेदन को सुप्रीम कोर्ट द्वारा विगत जनवरी माह में ही खारिज कर दिया गया था. जिसके बाद कपील वाधवान ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक बार फिर जमानत आवेदन दाखिल किया. जिस पर स्थिति दर्शक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश गत रोज ही दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा सीबीआई को दिया गया है.