कपास, सोयाबीन उत्पादकों को हेक्टरी पांच हजार की मदद की घोषणा
सरकार देगी कुल 4,194 करोड मदद
मुंबई/दि.31- राज्य सरकार ने सोमवार को एस आदेश निकाल कर 2023 के खरीफ हंगाम कपास, सोयाबीन के भाव गिरने के बाद किसानों को हुए नुकसान की भरपाई देने के निर्णय लिया है. जिसके अनुसार कपास और सोयाबीन उत्पादकों को हेक्टरी 5 हजार रुपयों की मदद दी जाएगी.
यह मदद दो हेक्टर क्षेत्र तक दी जाएगी. यानी किसानों को ज्यादा से ज्यादा 10 हजार रुपयों की मदद मिलेगी. कुल 4 हजार 194 करोड 68 लाख रुपयों की मदद दी जाएगी. उसमें कपास उत्पादक किसानों को 1 हजार 548 करोड 34 लाख रुपयों की तथा सोयाबीन उत्पादक किसानों को 2 हजार 646 करोड 34 लाख रुपयों की मदद दी जाएगी. 0.2 हेक्टर व उससे ज्यादा कम खेत जमीन पर कपास, सोयाबीन के बाजार मूल्य गिरने के कारण नुकसान होने पर तथा लगातार एक हजार रुपये मदद दी जाएगी.
राज्य के जिन कपास व सोयाबीन उत्पादक किसानों ने 2023 के खरीप हंगाम में ई-फसल जांच एप/पोर्टल व्दारा बुआई का पंजीयन किया था. ऐसे पंजीकृत किसानों का इस अर्थिक सहायता के लिए पात्र होगें. ई-फसल जांच ऐप/पोर्टल पर पंजीकृत रहने वाले क्षेत्र के अनुसार व उस प्रमाण के परिगणना कर आर्थिक सहायता दी जाएगी. मदद की रकम किसानों के बैंक खाते में जमा की जाएगी. पिछले वर्ष के खरीप हंगाम (2023) आंतराष्ट्रीय उथल-पुथल व अन्य कारणों से कपास, सोयाबीन की किमत गिर गई थी. उसका फटका किसानों को बैठा था. कम भाव में उन्हें कपास व सोयाबीन बेचना पडा था.
लोकसभा चुनाव के समय यह मुद्दा सामने आया था. कपास, सोयाबीन अपेक्षित भाव न मिलने के कारण किसान सरकार पर काफी नाराज थे और लोकसभा चुनाव में महायुती को हार का कारण भी यही था, ऐसा कहा जा रहा है. महाविकास आघाडी इस मुद्दे पर सरकार को घेरे हुए थी. इस पार्श्वभूमि पर अब विधानसभा चुनाव के पहले सरकार व्दारा किसानों की मदद का हाथ देने का निर्णय किया गया है.