मुंबई/दि.4 – महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव निश्चित तौर पर कब होंगे, इसे लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई है. हालांकि निर्वाचन आयोग ने जम्मू कश्मीर व हरियाणा विधानसभाओं के चुनाव की घोषणा करते समय कहा था कि, महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव की घोषणा बाद में की जाएगी. वहीं अब राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नवंबर माह में विधानसभा चुनाव होने को लेकर एक बडा बयान दिया है. जिसके चलते राजनीतिक तर्कबितर्क लगाये जा रहे है.
गत रोज मुंबई में विधायक दिलीप लांडे द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थितों को संबोधित करते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि, आगामी 2 माह में यानि नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने है. उस समय यहा उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को विधायक दिलीप लांडे का पूरा साथ देना है. साथ ही सीएम शिंदे ने लाडली बहन योजना को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि, कोई चाहे कितनी भी उठापठक कर ले, लेकिन लाडली बहन योजना बंद नहीं होगी. बल्कि यदि महाराष्ट्र की जनता ने सरकार की ताकत बढाई, तो सरकार द्वारा डेढ हजार की बजाय प्रतिमाह दो, ढाई या तीन हजार रुपए भी देने पर विचार किया जाएगा. साथ ही हम तीन हजार से भी अधिक रकम हर महीने लाडली बहनों को देने पर विचार कर सकते है. क्योंकि यह सरकार देने वाली सरकार है.
* उन्हें शर्म आनी चाहिए
इस समय सीएम शिंदे ने शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, किसी आंदोलन में किसी कार्यकर्ता द्वारा किसी की तस्वीर पर जूते मारे जाये, तो बाद समझी जा सकती है. लेकिन मुख्यमंत्री रह चुके बडे लोग भी किसी और का जूता हाथ में लेकर आंदोलन कर रहे है. जिसके लिए ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए. किसी और का जूता हाथ में पकडते समय थोडा तो अपने पद और कद का लिहाज कर लेते. साथ ही सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि, शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने मुंबई के 40 लाख झोपडपट्टीवासियों को नि:शुल्क घर देने का सपना देखा था. ऐसे में जब शिवसेना प्रमुख के बेटे मुख्यमंत्री थे, तो उम्मीद थी कि, इस योजना पर काम होगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. परंतु अब बालासाहब के उस सपने को उनका चेला एकनाथ शिंदे जरुर पूर्ण करेगा. क्योंकि मुझे धीरे-धीरे पूरे मुंबई को झोपडपट्टी से मुक्त करना है.