पुणे/ दि. 9- सरकारी सेवा मेंं प्रवेश करते समय तीन संतान होने की बात छिपाकर रखने के कारण पिंपरी चिंचवड महापालिका के एक सहायक आयुक्त पर मनपा आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह ने कडी कार्रवाई की है. समाज विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्रीनिवास दांगट को सेवा से हटा दिया गया है. वे दिव्यांग कक्ष प्रभारी थे.
महाराष्ट्र शासन के 1 जुलाई 2005 के अध्यादेश के अनुसार 28 मार्च 2006 और उसके उपरांत जन्में बच्चों की संख्या 2 से अधिक रहने पर संबंधित उम्मीदवार की नियुक्ति पर विचार नहीं होगा.
प्रतिज्ञा पत्र नहीं दिया
100 रूपए के स्टैम्प पेपर पर नोटरी कर संतान के बारे में प्रतिज्ञा पत्र नियुक्ति के समय पेश करना आवश्यक है. किंतु सहायक आयुक्त दांगट ने कोई प्रतिज्ञापत्र इस संदर्भ में अब तक नहीं दिया. इस बारे में उनके विरूध्द किसी ने शिकायत भी दी. शिकायत प्राप्त होने से आयुक्त ने प्रकरण की जांच की. उन्हें जांच में पता चला कि दांगट को तीन संतानें हैं.
2 से अधिक संतानें होने से दांगट के विभागीय जांच की गई. जिसमें उन्हें दोषी पाया गया. बावजूद इसके विविध बहाने सामने कर उन पर कार्रवाई की टालमटोल जारी थी. महापालिका सर्वसाधारण सभा के अधिकार अंतर्गत आयुक्त शेखर सिंह ने मंगलवार को आदेश जारी किए.