तीसरी आघाडी की बैठक में नहीं पहुंचे बच्चू कडू
चर्चाओं का बाजार गर्म, बच्चू कडू ने ट्रैफिक में फंसने की वजह बतायी
पुणे/दि.19 – आगामी विधानसभा चुनाव में महायुति व महाविकास आघाडी को टक्कर देने हेतु राज्य में तीसरी आघाडी स्थापित करने हेतु विगत कुछ समय से गतिविधियां तेज हो गई है. साथ ही आज पुणे के सर्किट हाउस में तीसरी आघाडी का गठन करने के लिए एक बैठक भी बुलाई गई थी. जिसमें स्वाभिमानी शेतकरी पार्टी के मुखिया व पूर्व सांसद राजू शेट्टी तथा स्वराज्य पार्टी के मुखिया छत्रपति संभाजी राजे तो उपस्थित हो गये. परंतु तीसरी आघाडी गठित करने के लिए सबसे पहले पहल करने वाले प्रहार पार्टी के मुखिया व विधायक बच्चू कडू ही इस बैठक में अनुपस्थित रहे. जिसके चलते राजनीतिक कयासों का दौर तेज हो गया. इस बीच दैनिक अमरावती मंडल द्वारा इस बारे में संपर्क किये जाने पर विधायक बच्चू कडू ने बताया कि, ट्रैफिक जाम में फंसे रहने की वजह से वे इस बैठक में उपस्थित नहीं हो पाये है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, तीसरी आघाडी के गठन को लेकर हो रही पहल के बीच शरद पवार गुट वाली राकांपा के नेता जयंत पाटिल ने विधायक बच्चू कडू को किसी भी आघाडी में जाने की बजाय महाविकास आघाडी में शामिल होने की खुली आफर दी है. ताकि भाजपा को दोबारा सत्ता में आने से रोका जा सके. इस बारे में पूछे जाने पर विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, फिलहाल उन्हें जयंत पाटिल की ओर से दी गई आफर के बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन यदि उन तक ऐसी कोई ऑफर आती है, तो वे इस बारे में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर विचार विमर्श करेंगे.
इसके साथ ही तीसरी आघाडी में एमआईएम के लिए कोई स्थान नहीं रहने को लेकर किये गये बयान के बार में पूछे जाने पर विधायक बच्चू कडू का कहना रहा कि, उन्होंने केवल एमआईएम को लेकर वह बयान नहीं दिया था. बल्कि एमआईएम की तरह जाति व धर्म की तरह कट्टरवाद की राजनीति करने वाले सभी राजनीतिक दलों से दूरी बनाये रखने की बात कही थी. क्योंकि वे खुद किसी भी तरह की जाति व धर्म वाली राजनीति पर विश्वास नहीं रखते.
* आंबेडकर व जरांगे के नाम की चल रही चर्चा
– पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने दी जानकारी
इसके साथ ही तीसरी आघाडी के गठन को लेकर आयोजित बैठक से पहले स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के मुखिया व पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कहा कि, विगत 5 वर्षों के दौरान महाराष्ट्र की जनता ने दोनों तरफ की सरकारों का कामकाज देख लिया है और लोग उन दोनों गठबंधनों से तंग भी आ चुके है. ऐसे में अब हमने लोगों को एक नया व सशक्त प्रर्याय देने हेतु तीसरा मोर्चा गठित करने का प्रयास किया है. जिसमें विविध आंदोलनों की पार्श्वभूमि रहने वाले नेताओं को भी शामिल किया जा रहा है. इसके तहत वंचित बहुजन आघाडी के एड. प्रकाश आंबेडकर तथा मराठा आरक्षण आंदोलन के मनोज जरांगे पाटिल को भी साथ लेने के बारे में चर्चा एवं विचार विमर्श चल रहा है. पूर्व सांसद राजू शेट्टी के मुताबिक तीसरे मोर्चे में शामिल घटक दलों से विचार विमर्श के बाद न्यूनतम साझा कार्यक्रम भी तय करने का काम किया जाएगा और सभी को साथ लेकर आगे बढा जाएगा.
* वहीं तीसरी आघाडी के गठन हेतु आयोजित बैठक में हिस्सा लेने पुणे पहुंचे स्वराज्य पार्टी के मुखिया छत्रपति संभाजी राजे ने कहा कि, राज्य की जनता मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन से तंग आ चुकी है. साथ ही हमने महाविकास आघाडी का शासन भी देख लिया है. ऐसे में अब महाराष्ट्र को एक नये व अच्छे पर्याय की जरुरत है. इस बात को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र को कुछ अलग व नाविण्यपूर्ण पर्याय देने हेतु तीसरी आघाडी का गठन किया जा रहा है. जिसके बारे में जल्द ही कोई अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा.