बच्चू कडू की प्रहार पार्टी का चुनाव चिन्ह होगा ‘बैट’
आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी को मिला ‘सिलेंडर’
* निर्वाचन आयोग ने आवंटित किये नये चुनावी चिन्ह
मुंबई /दि.16- आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपने अपने स्तर पर जोरदार तैयारियां करनी शुरु कर दी गई है. जिसके तहत छोटे व मंझोले राजनीतिक दलों द्वारा निर्वाचन आयोग से खुद को चुनाव चिन्ह मिलने की मांग की गई थी. जिसके चलते निर्वाचन आयोग ने विधायक बच्चू कडू की प्रहार जनशक्ति पार्टी को ‘बैट’ तथा एड. प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्ववाली वंचित बहुजन आघाडी को ‘गैस सिलेंडर’ का चुनावी चिन्ह आवंटित किया है. जिसके चलते अब दोनों ही राजनीतिक दल अपने-अपने नये चुनावी चिन्हों के साथ आगामी विधानसभा चुनाव के चुनावी अखाडे में दिखाई देंगे. बता दें कि, इससे पहले प्रहार पार्टी प्रत्याशी के तौर पर बच्चू कडू ने कई बार ‘कपबशी’ चुनावी चिन्ह के साथ चुनाव लडा था. वहीं विगत लोकसभा चुनाव में प्रहार पार्टी को ‘सीटी’ चुनावी चिन्ह मिला था. लेकिन अब प्रहार पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले ‘बैट’ चुनावी चिन्ह मिला है. ऐसे में प्रहार पार्टी अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में अब इसी चुनावी चिन्ह के साथ चुनाव लड सकती है.
वहीं दूसरी ओर विगत लोकसभा चुनाव के पहले चरण में हुए मतदान हेतु वंचित बहुजन आघाडी को अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में 3 अलग-अलग चुनावी चिन्ह मिले थे. जिसके तहत रामटेक व गडचिरोली-चिमूर संसदीय क्षेत्र में गैस सिलेंडर, भंडारा संसदीय क्षेत्र में गन्ने का गट्ठर उठाया किसान तथा चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र में रोड रोलर चुनावी चिन्ह दिया गया था. हालांकि इसी दौरान वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने नई दिल्ली में निर्वाचन आयुक्त से भेंट की थी और उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए गैस सिलेंडर, सीटी व रोड रोलर में से कोई एक चुनावी चिन्ह मिलने की मांग की थी. परंतु उस समय निर्वाचन आयोग ने वंचित बहुजन आघाडी हेतु कोई एक चुनावी चिन्ह देना टाल दिया था. वहीं अब विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने वंचित बहुजन आघाडी के लिए गैस सिलेंडर का चुनावी चिन्ह आवंटित किया है. ऐसे में अब वंचित बहुजन आघाडी ‘गैस सिलेंडर’ चुनावी चिन्ह के साथ अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी.
विशेष उल्लेखनीय है कि, महाराष्ट्र की राजनीतिक में प्रहार जनशक्ति पार्टी व वंचित बहुजन आघाडी दोनों ही राजनीतिक दलों को महत्वपूर्ण माना जाता है और दोनों ही दल जबर्दस्त राजनीतिक भूमिका भी निभाते है.