बीडीएस की छात्रा ने पुणे में की आत्महत्या
परीक्षा में कम अंक मिलने से उठाया घातक कदम

* मृतक छात्रा यवतमाल शहर की रहने वाली
यवतमाल/दि.22 – दंत चिकित्सा पदव्युत्तर पूर्व परीक्षा में अपेक्षा से कम अंक मिलने के कारण वैद्यकीय शिक्षा लेने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी. यवतमाल की इस छात्रा ने पुणे में मामा के घर बुधवार को यह घातक कदम उठाया. मृतक छात्रा का नाम गायत्री सतीश काले (25) है. वह यवतमाल के रुईकरवाडी विश्रामगृह के पास की रहने वाली है. इस घटना से यवतमाल में हडकंप मच गया है.
शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले परिवार की गायत्री इकलौती बेटी थी. वह पढाई में होनहार थी. 12 वीं के बाद उसने वर्धा में बीडीएस की शिक्षा पूर्ण की. पश्चात दंत चिकित्सा पदव्युत्तर अभ्यासक्रम के लिए एमडीएस पात्रता पूर्व परीक्षा उसने दी थी. इस परीक्षा का नतीजा मंगलवार को लगा. उसमेें गायत्री को अपेक्षा से कम अंक मिलने की बात कही जा रही है. इस नतीजे के बाद वह निराश थी, ऐसा उनके परिजनों ने कहा. सतीश काले यह सेवनिवृत्त शिक्षक है. वह पत्नी और बेटी के साथ पुणे साले के घर गये थे. वहां रहते एडीएस पूर्व परीक्षा का नतीजा लगा. गायत्री को कम अंक मिलने से वह नाराज थी. लेकिन परिवार ने उसे समझाया और फिर से पढाई कर प्रयास करने की सलाह दी. बुधवार को सुबह उसने माता-पिता, मामा-मामी को थोडा समय आराम करने की बात कही और पहली मंजिल पर कमरे में गई. उसके माता-पिता मॉर्निंग वॉक के लिए गये. उनके वापिस लौटने पर उन्होंने गायत्री को आवाज दिया. लेकिन कोई प्रतिसाद न मिलने से कमरे का दरवाजा तोडा गया, तब गायत्री फांसी पर लटकी दिखाई दी. यह नजारा देखकर उसके माता-पिता, मामा-मामी के पैरों तले जमीन खिसक गई. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा किया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. पुणे में पोस्टमार्टम करने के बाद गायत्री का शव यवतमाल लाया गया. आज गुरुवार 22 मई को सुबह 11 बजे उसका अंतिम संस्कार किया गया.
* एक माह में चार विद्यार्थियों की आत्महत्या
एक माह में चार विद्यार्थियों ने परीक्षा में विफलता और कम अंक मिलने से आत्महत्या की है. वैद्यकीय प्रवेश के लिए ली जाने वाली नीट परीक्षा में पेपर अच्छा न जाने से और कम अंक मिलने के डर से दिग्रस में 12 वीं के लकी सुनील चव्हाण नामक छात्र ने आत्महत्या की. उसके पिता शिक्षक है. भाई द्वारा नतीजा न बताये जाने से फेल होने का संदेह जताकर यवतमाल तहसील के पांढुर्णा पिंपरी की 12 वीं की छात्रा हिना ज्ञानेश्वर आडे ने नतीजे के दिन ही आत्महत्या कर ली तथा यवतमाल के कृषि नगर में रहने वाले समर्थ देशमुख नामक 12 वीं के छात्र ने परीक्षा होते ही कम अंक मिलने के डर से 13 अप्रैल को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और अब वैद्यकीय शिक्षा ले रही गायत्री काले नामक छात्रा द्वारा आत्महत्या किये जाने से खलबली मच गई है.