दर्यापुर/ दि. ४– तहसील के माहुली में गाडगेबाबा मंडल गो-सेवा उपक्रम स्थल पर जय बजरंग भजन मंडल माहुली (धांडे) ने कोरोना के समय के बाद फिर एक बार भजन परंपरा की शुरूआत की. दो वर्ष पूर्व माह के दूसरे व चौथे रविवार को दिन में गौरक्षण परिसर श्रमदान, स्वच्छता व सांयकाल में भजन संध्या यह उपक्रम शुरू था. १ मई इस महाराष्ट्र दिन के अवसर पर भजन मंडली ने अपनी मध्ाुर स्वर का प्रस्तुतिकरण किया. गाय के गोठे में भजन करने की परंपरा होने से रात को आराम करनेवाले जानवरोें ने भी इस संगीत का आनंद लूटा.
भजन मंडल के गौरक्षण स्थल पर आगमन होते ही गौरक्षण के संचालक प्रा. गजानन भारसाकले ने उनका स्वागत किया.
इस अवसर पर गाडगेबाबा मंडल के सभासद प्रा. डॉ. अमित बालासाहब गावंडे व प्रा. डॉ. सौ अनघा अमित गावंडे ने नैवेद्य देकर गाय पूजन करके भजन संध्या कार्यक्रम की शुरूआत की. कार्यक्रम के नियोजन के लिए तथा गौरक्षण स्थल पर स्वच्छता व प्रसाद भोजन के लिए अर्पित उमेश इंगले, ईशीनाथ नवलकार, उमेश इंगले, नामदेव गुडधे, आदित्य बारब्दे, वासुदेव गुडधे, स्वप्नील भारसाकले, निलेश इंगले ने सेवाकार्य किया. भजन गायन प्रकिया में संचालित वासुदेव गुडधे, संकेत जैनकर, सुभाष सोनार, अनिल गावंडे, बंंडुभाउ धांडे, सुभाष तारापुरे, हरिदास येवले, शालिग्राम धांडे, नामदेव गुडधे, महादेव आगलावे, संदीप साखरे व सुधाकर रोकडे इन गायक वादक व टालकरी मंडली ने भाग लिया. कार्यक्रम का समापन भोजन से किया गया.