* मिलेगा मंत्री पद का दर्जा, कानून में करेंगी सुधार
मुंबई/दि.19- मंत्री मंडल विस्तार लटक जाने से विधानसभा चुनाव के मुहाने पर नेताओं और विशेषकर विधायकों का असंतोष दूर करने उन्हें महामंडल के अध्यक्ष पद के पुरस्कार दिए जा रहे हैं. नाराज चल रहे विधायक भरतसेठ गोगावले को मंत्री की श्रेणी देते हुए एसटी निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया जा रहा हैं. उनकी नियुक्ती में बाधा बनने वाला एक नियम शीघ्र बदला जाएगा.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय से गत सोमवार को ही भरत सेठ गोगावले को राज्य पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष पद पर नियुक्त करने का पत्र परिवहन विभाग के सचिव को दिया गया हैं. परिवहन विभाग के मंत्री ही एसटी निगम के पदेन अध्यक्ष होते हैं. किंतु गोगावले के मनोनयन हेतु 1952 के नियम में बदलाव किया जाएगा. परिवहन विभाग फिलहाल स्वयं सीएम शिंदे के पास ही हैं. वे ही वर्तमान नियम के अनुसार एसटी निगम के अध्यक्ष थे.
सडक परिवहन बोर्ड कानून 1950 अनुसार परिवहन निगम को सक्षम करने 1952 में नियमों में बदलाव किया गया. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संचालक मंडल गठित करने का अधिकार राज्य सरकार को दिया गया. समय के साथ निगम के अध्यक्ष पद पर राजनैतिक व्यक्ति के मनोनयन की परंपरा दृढ हो गई. उसके बाद निगम के अध्यक्ष पद पर राजकीय पुनर्वास किए जाने लगे.