गुणरत्न सदावर्ते दंपत्ति को सहकारिता विभाग का बडा झटका
दोनों का एसटी बैंक में संचालक पद रद्द
मुंबई./दि.8-गुणरत्न सदावर्ते दंपत्ति को सहकारिता विभाग ने बडा झटका दिया है. एसटी बैंक में गुणरत्न सदावर्ते और उनकी पत्नी जयश्री पाटिल का संचालक पद रद्द कर दिया गया है. ये दोनों तज्ञ संचालक के रूप में एसटी बैंक में नहीं रह सकेंगे. बैंक की बैठक में अवैध तरीके से पारित उपनियमों को रद्द करने की गाज अब संचालक मंडल पर गिरी है. इस मामले में एसटी कामगार संगठन संदीप शिंदे ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसी के तहत अब यह फैसला लिया गया है.
सदावर्ते को अब एसटी सहकारी बैंक की वार्षिक आम सभा में मंजूर किए उपनियमों को रद्द करना होगा. साथ ही सहकारिता विभाग ने सदावर्ते दंपत्ति का संचालक पद भी रद्द करने का फैसला किया है. इसलिए अब सदावर्ते दंपति तज्ञ संचालक के रूप में बैंक में नहीं रह सकेंगे. इस मामले में एसटी कामगार संगठन के अध्यक्ष संदीप शिंदे ने सहकारिता आयुक्त से शिकायत की थी. कहा जा रहा है कि इस शिकायत पर ध्यान देते हुए सहकारिता विभाग ने गुणरत्न सदावर्ते को बडा झटका दिया है, ऐसा कहा जा रहा है. संदीप शिंदे ने यह भी बताया है कि सहकारिता विभाग ने एसटी महामंडल के बाहर के लोगों को बैंक के संचालक के रूप में नियुक्त करने के अधिकार से इनकार कर दिया है.
* बैंक रिपोर्ट पर नथूराम गोडसे की फोटो
सदावर्ते के पैनल के संचालक मंडल ने यवतमाल में एसटी को-ऑपरेटिव बैंक की वार्षिक आम सभा आयोजित की थी. इस आमसभा से पहले सभी सदस्यों को रिपोर्ट वितरित करना अनिवार्य था, लेकिन रिपोर्ट वितरित नहीं की गयी. संदीप शिंदे ने आरोप लगाया कि इस रिपोर्ट पर नथूराम गोडसे की फोटो भी छापी गई है. इसलिए यह मामला पूरे राज्य में चर्चित रहा.
* केवल करीबी सदस्यों को बुलाया
नियम के अनुसार वार्षिक आमसभा लेने से पहले सभी सदस्यों को 14 दिन पहले सूचित करना आवश्यक होता है. लेकिन ऐसी कोई सूचना संचालक मंडल द्वारा सदस्यों को नहीं दी गई. सदावर्ते ने केवल अपने करीबी सदस्यों बुलाकर विषय मंजूर किए गए थे, यह आरोप संदीप शिंदे ने सहकारिता आयुक्त से की शिकायत में लगाया था.