मुंबर्ई/दि.8 – लोकसभा चुनाव निपटने के बाद मतगणना के नतीजों को देखते हुए अब भाजपा द्वारा इस बात को लेकर मंथन किया जा रहा है कि, आखिर ओबीसी संवर्ग में शामिल किस जाती प्रवर्ग से भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं हुआ है. साथ ही इसे लेकर बूथ निहाय सर्वेक्षण शुरु करते हुए भाजपा ने ओबीसी में शामिल सभी जातियों को साधने की कवायत करनी तेज कर दी है.
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ओबीसी संवर्ग से आते है. साथ ही पार्टी में राष्ट्रीयस्तर पर अपना महत्व रखने वाले केंद्रीय मंत्री अमित शाह एवं पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी भुपेंंद्र यादव भी ओबीसी संवर्ग से ही है. जिसके चलते पार्टी द्वारा ओबीसी संवर्ग के बीच अपनी सकारात्मक बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी के तहत अब पूरे राज्य में बूथ निहाय स्तर पर सर्वेक्षण करते हुए इस बात का अध्ययन किया जाएगा कि, भाजपा का आधार माना जाता ओबीसी संवर्ग इस बार के लोकसभा चुनाव दौरान भाजपा से दूर क्यों छिटका. साथ ही इस बात का भी विशेष तौर पर पता लगाया जाएगा कि, ओबीसी संवर्ग से किस जाती के लोगों के वोट भाजपा को नहीं मिले है, ऐसी सभी जातियों के बीच पहुंच बनाते हुए भाजपा द्वारा उन्हें एक बार फिर पार्टी के साथ जोडने का काम शुरु किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, भाजपा को चौबीसौं घंटे पार्टी के कार्यक्रम चलाने वाला संगठन माना जाता है तथा विविध तरह के कार्यक्रम व उपक्रम लेते हुए पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को पार्टी के कामों के साथ जोडा जाता है. इसी के तहत अब पार्टी वरिष्ठ नेताओं द्वारा अपने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को ओबीसी समाज के विभिन्न घटकों में पार्टी के प्रति रहने वाली नाराजगी को दूर करने का उपक्रम दिया गया है.