धारावी बस्ती में बीएमसी की टीम पर हमला
मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराने गई 2 गाड़ियों की तोड़-फोड़
* मुंबई मनपा ने अपनी कार्रवाई पर लगाई 8 दिन की रोक
मुंबई /दि.21- एशिया की सबसे बडी झुग्गी बस्ती रहने वाली धारावी झोपडपट्टी में 90 फीट रोड पर बनी एक मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने के लिए बृह्मनमुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों की एक टीम आज सुबह धारावी परिसर पहुंची. जिसके बारे में खबर मिलते ही मुस्लिम समुदाय के लोग महबूब-ए-सुभानी मस्जिद के आसपास जमा हो गये और तोडू कार्रवाई का विरोध करते हुए उन लोगों ने बीएमसी की टीम पर हमला कर दिया. जिसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने बीएमसी के दो वाहनों की भी तोडफोड की. पश्चात परिसर में हालात को संभालने हेतु बडे पैमाने पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया. इसी बीच बीएमसी ने आज अपने डिमोलिशन एक्शन को रोक दिया है और मस्जिद कमेटी को 8 दिन का समय दिया है.
जानकारी के मुताबिक मस्जिद कमिटी ने खुद ही मस्जिद के अवैध व विवादित हिस्से को हटाने की बात कहते हुए इस काम के लिए मस्जिद कमिटी को कुछ समय देने की मांग की. जिसे बीएमसी ने स्वीकार करते हुए अपनी कार्रवाई को 8 दिनों के लिए रोक दिया. जिसके चलते बीएमसी व धारावी परिसर के मुस्लिम समुदाय के बीच पैदा हुआ तनाव कुछ हद तक कम हुआ. साथ ही मुस्लिम समाजबंधुओं का एक दल चर्चा हेतु मुंबई पुलिस के अधिकारियों से मिलने हेतु पहुंचा. जिसके बाद कार्रवाई को रोकते हुए मस्जिद कमिटी को 8 दिनों का समय दिया गया है.
इधर, कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड ने भी इस एक्शन के खिलाफ सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ने डिमोलिशन रोकने का आश्वासन दिया है.
1882 में अंग्रेजों ने बसाई थी धारावी बस्ती, फिल्मों से बढ़ी लोकप्रियता एशिया की सबसे बड़ी बस्ती धारावी को 1882 में अंग्रेजों ने बसाया था. मजदूरों को किफायती ठिकाना देने के मकसद से इसे बसाया गया था. धीरे-धीरे यहां लोग बढ़ने लगे और झुग्गी-बस्तियां बन गईं. यहां की जमीन सरकारी है, लेकिन लोगों ने झुग्गी-बस्ती बना ली है. धारावी में कितने लोग रहते हैं, इसका कोई डेटा नहीं है. सिर्फ अनुमान है कि यहां की छोटी-छोटी झुग्गियों में करीब 10 लाख लोग रहते हैं. इन्हीं झुग्गियों में 13 हजार से ज्यादा छोटे-मोटे कारोबार चलते हैं. गलियां इतनी संकरी हैं कि अगर कोई बीमार हो जाए, तो अंदर स्ट्रेचर भी नहीं जा सकता है.
धारावी के रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर करीब 23 हजार करोड़ खर्च होने हैं. जुलाई, 2023 में यह प्रोजेक्ट अडाणी ग्रुप को मिला था. इसमें 60 हजार से ज्यादा परिवारों को फ्री में नए घर मिलेंगे. शर्त ये है कि परिवार 1 जनवरी 2000 से पहले धारावी में रहता आया हो. साल 2008 में ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ फिल्म के रिलीज होने के बाद इस क्षेत्र को लोकप्रियता मिली. फिल्म ने कई अवॉर्ड भी जीते. इसके बाद फिल्म गली बॉय में धारावी को दिखाया गया था. कई टूरिस्ट यहां भारत की बस्ती में रहने वालों के जीवन की झलक देखने आते हैं.