कोविड व लॉकडाउन के बाद राज्य में बढे बालविवाह
महिला आयोग अध्यक्षा रुपाली चाकणकर ने किया दावा

लातूर /दि.29- राज्य महिला आयोग अध्यक्षा रुपाली चाकणकर के मुताबिक कोविड काल के दौरान जो लॉकडाउन लगाया गया था, उसके बाद राज्य में बालविवाह के मामले बढ गए है. क्योंकि मोबाइल फोन के अतिप्रयोग की वजह से कई बच्चों का ध्यान अपनी पढाई-लिखाई से हट गया है. वहीं अभिभावकों व बच्चों के बीच आपसी संवाद भी काफी घट गया है. जिसकी वजह से लडकियां प्रेम में पडकर अपने घरों से भागने लगी है. ऐसे में यद्यपि कोविड के संक्रमण को नियंत्रित रखने हेतु लॉकडाउन लगाया गया था. परंतु उसी लॉकडाउन के साइड इफेक्ट के तौर पर बालवविवाह बढने का परिणाम सामने आया है.
एक कार्यक्रम में शामिल होने हेतु लातूर पहुंची रुपाली चाकणकर ने कहा कि, अकेले लातूर जिले में ही 37 बालविवाह ऐन समय पर रोके गए. इससे पूरे राज्य की स्थिति का अंदाजा भी लगाया जा सकता है. वहीं उन्होंने नाबालिग लडकियों के घर से भागकर किसी से प्रेम विवाह कर लेने को लेकर कोई निश्चित आंकडें प्रस्तूत नहीं किए. बल्कि यह दावा किया कि, उनके पास जो जानकारी उपलब्ध हुई है. उसके आधार पर यह निश्चित है कि, कोविड को लेकर लगाए गए लॉकडाउन की वजह से महाराष्ट्र में बालविवाह के आंकडें बढे है.