डीआरआई प्रकरण से ‘एक्शन’ में आई सीआईडी
मामला युवक की खुदकुशी का
* कार्यालय- सीजीओ कॉम्प्लेक्स का मुआयना
नागपुर/ दि. 18- गोल्ड स्मगलिंग के संदेह में पकडे गये सांगली के युवक द्बारा डीआरआई कार्यालय की छठवीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी किए जाने के प्रकरण से सीआईडी ‘एक्सन’ में आई गई है. सीआईडी अधिकारियाेंं ने आज सेमिनरी हिल्स स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स और डीआरआई कार्यालय परिसर के घटनास्थल का मुआयना किया. सीआईडी की सक्रियता से डीआरआई अधिकारियों में खलबली मची हुई है. ज्ञात रहे कि 16 जून की दोपहर सेमिनरी हिल्स स्थित डीआरआई (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटिलेजेंस) इमारत की छठवी मंजिल से कूदकर सांगली निवासी 28 वर्षीय दीपक मच्छींद्र देसाई ने खुदकुशी कर ली थी. दीपक को उसके साथी के साथ 2.1 करोड रूपए कीमत के 3 किलो सोने के दो बार ले जाते हुए पकडा गया था. डीआरआई के डेप्यूटी डायरेक्ट के केबीन में दीपक और उसके साथी से पूछताछ की जा रही थी. इसी दौरान दीपक ने खिडकी से छलांग लगा दी थी. पुलिस और डीआरआई ने इस घटना को सामने नहीं आने दिया. पुलिस ने रविवार को न्याय दंडाधिकारी की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करके शव दीपक के परिजनों को सौंप दिया. उन्होंने सांगली में उसकी अंत्येष्टि भी कर दी. घटना के वक्त मौके पर डीआरआई के डेप्यूटी डायरेक्टर और दूसरे अधिकारी मौजूद थे. उन्हें भी घटना की सच्चाई पता है. पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत होने पर सीआईडी जांच करती है. डीआरआई केंद्रीय जांच एजेंसी होने से पुलिस उहापोह में थी. मीडिया द्बारा आज प्रकरण का खुलासा किए जाने के बाद सीआईडी हरकत में आ गई. एक अधिकारी की अगुवाई में सीआईडी टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया.
सूत्रों के अनुसार इस प्रकरण का असर केंद्रीय जांच एजेंसियों के देशभर में फैले कार्यालयों पर हुआ है. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होेने देने के लिए सख्त दिशा निर्देश जारी किए गये है. डीआरआई की गोल्ड स्मगलर्स और सराफा व्यापारियों में काफी दहशत है. डीआरआई ने दीपक के साथी बोडके को 19 जून तक हिरासत में लेकर मामला भी दर्ज किया है. प्रकरण के बाद से मामले में जुडे सराफा व्यापारी दीपक के करीबी लोगों के संपर्क में होने का पता चला है. वह प्रकरण को हवा देना चाहते है. इस आशंका से पुलिस भी जांच में एहतियात बरत रही है. वह भी सीआईडी द्बारा जांच लिए जाने की उम्मीद से शांत हो गई है.