डॉ. संतोष ठाकरे की दो जन्मतारीखों समिति करेंगी जांच
सरकार ने किया जांच समिति का गठन
मूर्तिजापुर/दि.2 – स्थानीय श्री गाडगे महाराज महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य भुजंगराव उर्फ डॉ. संतोष मधवराव ठाकरे की दो अलग-अलग जन्मतारीखें पाये जाने के चलते सरकार की दिशाभूल होने के संदर्भ में शिकायत महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने राज्यपाल सहित उच्च शिक्षा संचालक, संगाबा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरु व उच्च शिक्षा सहसंचालक से की गई थी. जिसके आधार पर अब सरकार द्वारा दो सदस्यीय जांच समिति गठित करते हुए मामले की सघन जांच की जा रही है.
महाविद्यालय के शिकायतकर्ता प्राध्यापकों के मुताबिक डॉ. संतोष ठाकरे की प्राथमिक शाला के दस्तावेज पर उनकी जन्मतारीख 1 अक्तूबर 1962 तथा विधि महाविद्यालय के दस्तावेज पर 1 अक्तूबर 1964 दर्ज है. साथ ही इस मामले में और भी अधिक विषमता वाले तथ्य मिलने की संभावना है. इसके अलावा डॉ. संतोष ठाकरे पहले से ही काफी विवादास्पद रहे है और उनके खिलाफ महिला प्राध्यापिका के साथ विनयभंग व सहयोगी प्राध्यापकों के साथ गालीगलौज से संबंधित गंभीर आरोप भी लगे है. जिसमें से गालीगलौज संबंधित मामले में डॉ. संतोष ठाकरे को दोषी करार देते हुए हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ दखलपात्र अपराध दर्ज करने का आदेश भी दिया था. इन तमाम बताों के मद्देनजर उच्च शिक्षा सहसंचालक डॉ. उमेश काकडे ने शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था के डॉ. श्रीकृष्ण यावले व डॉ. संतोष पवार इन दो प्राध्यापकों का समावेश रहने वाली जांच समिति का गठन किया है. साथ ही समिति को अगले 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने हेतु कहा है. ऐसे में अब सभी का ध्यान इस समिति द्वारा की जाने वाली जांच की ओर लगा हुआ है.