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कांग्रेस ने मोदी पर लगाया आरोप, कहा-महाराष्ट्र से लगातार बाहर जा रहा निवेश

पार्टी बोली- केंद्र सरकार असंवेदनशीलता दिखा रही

नई दिल्ली/दि.15- कांग्रेस ने रविवार को मोदी सरकार पर महाराष्ट्र के प्रति असंवेदनशीलता और शत्रुतापूर्ण रवैया दिखाने का आरोप लगाया. पार्टी ने कहा कि पिछले दस वर्षो में राज्य से लगातार कई प्रमुख परियोजनाओं और निवेशों को अन्य जगह पर स्थानांतरित किया गया है. विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से यह हमला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व्दारा शनिवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में दिए गए उस बयान के बाद आया है. जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका लक्ष्य महाराष्ट्र को दुनिया की बडी वित्तीय महाशक्ति बनाया और मुंबई को वैश्विक फिटनेक राजधानी बनाना है. कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया. शनिवार की शाम मुंबई में स्वयंभू गैर-जैविक प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनका उद्देश्य महाराष्ट्र को दुनिया की बडी वित्तीय शक्ति बनाना और मुंबई को वैश्विक फिटनेक राजधानी बनाना है. यह उनका ट्रेडमार्क झूठ है.

10 वर्ष से कई परियोजनाएं दूसरी जगह स्थानांतरित
रमेश ने कहा-वास्तव में पिछले दस वर्षो में महाराष्ट्र से कई प्रमुख परियोजनाओं और निवेशों को अन्य जगह स्थानांतरित किया गया है. हीरा उद्योग को सूरत में स्थानांतरित करने का प्रयास, टाटा-एयरबस विनिर्माण संयत्र और (अब विफल) वेदांता-फॉक्सकॉन चिप कारखाना जैसी औद्योगिक परियोजनाओँ का स्थानांतरण तथा कपडा कमिश्नरेट कार्यालय और दत्तोपंत ठेंगडी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड जैसी केंद्र सरकार की संस्थाओं का स्थानांतरण शामिल है.

अरबपतियों की जेब में गए देश के दो लाख करोड रुपए
व्यक्तिगत आयकर संग्रह के कॉरपोरेट कर संग्रह से अधिक होने को लेकर कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि कॉरपोरेट कर में कटौती से दो लाख करोड रुपये अरबपतियों की जेब में चए गए है. जबकि मध्यम वर्ग पर भारी कर का बोझ जारी है. विपक्षी पार्टी ने सरकार पर हमला ऐसे वक्त किया है, जब एक दिन पहले केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के आंकडो में दिखाया गया है कि 5,74,357 करोड रुपए (11 जुलाई 2024 तक) का शुध्द प्रत्यक्ष कर संग्रह हुआ है. जिसमें 2,10,274 करोड रुपए का कॉरपोरेट आयकर और रिफंड को छोडकर 3,46,036 करोड रुपए का व्यक्तिगत आयकर शामिल है.

 

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