सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की प्रतिमा पूजन को लेकर विवाद
राज्य सरकार के फैसले का महानुभाव पंथ की ओर से विरोध
नागपुर/दि.7 – राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने हाल ही में राष्ट्र पुरुषों व महापुरुषों की जयंती व राष्ट्रीय दिवस मनाने के संदर्भ में एक परिपत्रक जारी किया है. जिसमें महानुभाव पंथ के आराध्य सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी अवतार दिवस पर 25 जयंती को सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की जयंती मनाते हुए उनकी प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर पूजन करने का निर्देश जारी किया गया है. इस निर्णय का अखिल भारतीय महानुभाव महामंडल द्वारा यह कहते हुए विरोध किया जा रहा है कि, सर्वश्र श्री चक्रधर स्वामी परमेश्वर अवतार है. जिन्हें राष्ट्रपुरुष व महान व्यक्तित्व के तौर पर जीव श्रेणी में नहीं लाया जा सकता. अत: इस सूची से श्री चक्रधर स्वामी का नाम तत्काल हटाया जाना चाहिए.
अखिल भारतीय महानुभाव महामंडल की अध्यक्षा एड. तृप्ति बोरकुटे ने सरकारी फैसले का विरोध करते हुए कहा कि, महानुभाव पंथियों द्वारा श्री चक्रधर स्वामी को परमब्रह्म परमेश्वर माना जाता है. जिनके जिवोद्धार का कार्य अविरत चल रहा है और उनका अवतार चिरायु है. ऐसे में उनका अवतरण दिवस मनाया जा सकता है. जयंती नहीं क्योंकि जयंती उस व्यक्ति की मनाई जाती है, जिसकी मृत्यु हुई हो और जिसकी पुण्यतिथि मनाई जाती हो. ऐसे में जयंती वाली सूची से सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी का नाम तत्काल हटाया जाना चाहिए. इसके साथ ही अभा महानुभाव महामंडल द्वारा यह भी कहा गया है कि, महानुभाव तत्वज्ञान दैववान पर आधारित है. जिसमें परमेश्वर व जीव को अलग-अलग माना जाता है. ऐसे में जीवों की जयंती के साथ परमेश्वर अवतार रहनेवाले श्री चक्रधर स्वामी भगवान के नाम का समावेश करना गलत है. इसके साथ ही महानुभाव तत्वज्ञान के अनुसार स्थान, प्रसाद, भिक्षुक व वासनिक इन चार साधनों का ही वंदन व पूजन करने की पूजा विधि होती है तथा किसी भी काल्पनिक प्रतिमा पूजन को निश्चित भी माना जाता है. अत: सरकारी परिपत्रक से सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी के नाम को हटाया जाना चाहिए.