* अंतरराष्ट्रीय बाजार का अनुमान
यवतमाल /दि.13- कपास के नये सीजन में 7711 रुपए प्रति क्विंटल रेट देकर जलगांव जिले में अडगांव में मुहूर्त किया गया. इसके साथ ही विश्व बाजार की हालात देखते हुए इस बार कपास को 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल रेट मिलने की संभावना जानवरों ने व्यक्त की है. यवतमाल जिले में 7500 रुपए दाम बोले जा रहे है. नया माल आने पर यह रेट 300 रुपए घटने की संभावना जताते हुए यह भी दावा किया जा रहा कि, विश्व मार्केट के कारण इस बार कम रेट रहने के दावे किय जा रहे है.
* बुआई में घट
पिछले वर्ष अतिवृष्टि के कारण कपास का उत्पादन कम हुआ था. किसानों को आशा थी कि, रेट 10 हजार रुपए प्रति क्विंटल होंगे. किंतु भाव बढे ही नहीं. व्यापारियों ने कई जगहों पर नमी का कारण बताकर 5-6 हजार रुपए रेट दिये. कुछ जगह सीसीआई के केंद्र शुरु हुए, पर उनकी कठिन शर्तों से किसान वहां नहीं पहुंचे. इस बार राज्य में 40 लाख 81 हजार हेक्टेअर में कपास की बुआई की गई. जो पिछले वर्ष के 42 लाख हेक्टेअर से लगभग 15 प्रतिशत कम है. यवतमाल जिले में इस बार 5 लाख 40 हजार हेक्टेअर में कपास का रकबा है.
* जिनिंग संचालक का दावा
इस बीच बालाजी जिनिंग के संचालक बालासाहब नीलावार ने दावा किया कि, वैश्विक मार्केट का विचार करने पर स्पष्ट है कि, भारत में 7 हजार 200 – 8 हजार के रेट सर्वाधिक रेट कहे जा सकते है. केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रण न रखने पर बडी मात्रा में कपास का आयात हो सकता है. कपास के कम दाम के कारण किसान नाराज होने की पूरी संभावना है. जिसका विधानसभा चुनाव पर असर होने की आशंका भी राजनीतिक जानकार व्यक्त कर रहे हैं.