यवतमाल में आयपीएल पर करोडों का सट्टा
धडल्ले से शुरू है गोरखधंधा

* सट्टेबाज मालामाल, बुकी भूमिगत
यवतमाल/ दि. 17- आयपीएल शुरू हुए 20-25 दिन हो चुके है. ऐसे में यवतमाल जिले सहित विदर्भ में क्रिकेट सट्टेबाज काफी सक्रिय है. रोज करोडों का दांव खेला जा रहा है. चर्चा है कि सट्टेबाज मालामाल हो रहे हैं. पुलिस ने सट्टे पर निगरानी की है. किंतु उसके हाथ छोटी मछलियां ही लग पायी है. बडे बुकी पुलिस की पकड और नजर से दूर रहने का दावा लोग कर रहे हैं.
सारा लेन देन फंटर पर छोडा
बुकी भूमिगत हो गये हैं. उन्होंने सारा लेन देने फंटर के भरोसे छोड रखा है. सामान्य लोग यवतमाल में प्रश्न कर रहे है कि, क्या पुलिस प्रशासन सट्टेबाजों की चेन तोड पायेगा. अल्पावधि में लाखों कमाने की लालसा में यहां सट्टेबाजी बढ रही है. पिछले कुछ वर्षो से आयपीएल का अवसर सट्टेबाजों के लिए सीजन बनकर आ रहा है.
सैकडों युवक हो रहे बरबाद
आयपीएल सट्टेबाजी चरम पर रहते सैकडों युवक लालच में गुमराह हो रहे हैं. कई परिवार उध्दवस्त होने का चित्र यवतमाल जिले के शहरी और देहाती भागों में दिखाई दे रहा है. युवाओं में क्रिकेट सट्टे के एप और इसी विषय पर चर्चा होती दिखाई दे रही है. जबकि पुलिस बडे आरोपियों तक हाथ नहीं मार सकी.
जिले में अनेक गांवों में जडें
आयपीएल क्रिकेट पर लगभग दो माह सट्टे का खेल चलने की आशंका बताते हुए सूत्रों ने दावा किया कि यवतमाल शहर के साथ ही अनेक गांव देहातों में भी सट्टेबाजी ने जडे जमा ली है. उनमें वणी, पुसद, उमरखेड, पांढरकवडा, घाटंजी, नेर, रालेगांव, दारव्हा आदि तहसीलों का समावेश है. गत कुछ वर्षो से करोडों का खेल हो रहा है. फिर भी पुलिस बुकियों की ओर अर्थपूर्ण दुर्लक्ष करने का आरोप किया जा रहा है.
सट्टेबाजों के संदिग्ध नाम
आयपीएल क्रिकेट के मुकाबलों में प्रत्येक गेंद पर सट्टा खेले जाने का दावा कर सूत्रों ने बताया कि जिले के अनेक गांव, देहात के युवकों को बरगला कर साथ लिया जा रहा है. उनके माध्यम से सट्टेबाजी का गेम जोरों पर है. बुकियों में राणू, आशू, कालू, इमरान, नीलेश, जाफर, मोबिन शेख, जम्मू, मीनाज, इजहार, समी, बंटी, रितेश आदि अनेक बुकियों के फंटर जिले में फैले हैं. लोगों को आशंका है कि पुलिस इन पर कार्रवाई करेगी.