दाभोल/दि.23- कोकण कृषि विद्यापीठ के प्राध्यापकों ने कोकम शरबत डीप बैग बनाई है. व्यापारिक दृष्टिकोण से शीघ्र ही यह बैग उत्तम सॅशे से बाजार में आयेगी. इस बाबत का पेटंट कृषि विद्यापीठ को प्राप्त हुआ है. कोकम शरबत डीप बैग बनाने हेतु यह तकनीकी जिन्हें चाहिए हो, उन्हें वह देने के लिए विद्यापीठ सज्ज है. इसका पेटंट कोकण कृषि विद्यापीठ का पहला पेटंट है.
डीप टी की तरह ही कोकम शरबत की यह बैग पानी में डुबोना है और इसमें शक्कर डालने पर उत्तम दर्जे का कोकम शरबत तैयार होता है. यह गुणवत्ता के सभी निकषों पर खरा उतरा है. हाल ही में कोकण कृषि विद्यापीठ में सुवर्ण पालवी महोत्सव हुआ. इस समय कोकम शरबत डीप बैग का प्रात्यक्षित देखने मिला. डॉ. बालासाहब सावंत कोकण कृषि विद्यापीठ के बाद व्यवस्थापन पदव्युत्तर संस्था रोहा (जि.रायगड) के प्राध्यापक व प्रमुख डॉ. प्रदीप रेलकर व उनके सहयोगियों ने कोकम शरबत डीप बैग तैयार करने हेतु नया तकनीकी ज्ञान विकसित किया. इस संशोधन कार्य में डॉ. प्रदीप रेलकर को ललित खापरे व प्रशांत देबाजे, डॉ. केशव पुजारी ने सहकार्य किया. 2017 से पांच वर्ष पेटंट प्राप्त करने में बीत गए. इसके लिए सभी निकषों के लिए यह बैग पात्र साबित हुई है. इस तकनीकी में कोकम के छीलकों का रस निकालने के बाद शेष बचे भाग की पाउडर बनाई जाती है. वह दो फिल्टर बैग में भरी जाती है. इस पाउडर में उचित नमक व जिरे का स्वाद भी मिलाया जाता है. उत्तम सॅशे में वह दी जाएगी. एक कोकम शरबत डीप बैग डेढ़ मिनट तक 135 मिली लिटर पानी में डुबोना है. पश्चात शरबत को रंग व स्वाद आता है. इसमें आवश्यकतानुसार शक्कर डालना है. इसके लिए आवश्यक शक्कर सॅशे से ही दी जाएगी. शीघ्र ही कोकण कृषि विद्यापीठ व्यवसाय की दृष्टि से इसका उत्पादन करेगा.