पुणे/दि.31- पुणे लोकसभा का उपचुनाव अब नहीं होगा. 2024 का लोकसभा चुनाव अभी भले ही दूर है. किंतु भाजपा ने यहां सांसद गिरीश बापट के निधन के बाद रिक्त सीट पर अनेक नामों पर चर्चा के पश्चात सुनील देवधर को अवसर देेने का विचार पक्का किया है. खबर के अनुसार देवधर को पुणे सीट से लोकसभा भेजने की तैयारी पार्टी ने कर ली है.
बापट के निधन पश्चात पार्टी के अनेक इच्छुकों ने चुनाव लडने का मन बनाया था. उनमें बापट की बहू स्वरदा बापट, पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोेल, पूर्व विधायक जगदीश मूलिक, पूर्व राज्यसभा सदस्य संजय काकडे के नाम चर्चित हुए थे.
अजीत पवार गुट के सरकार के साथ आने से भाजपा का यहां मनोबल बढा है. एकनाथ शिंदे की शिवसेना यहां कोई दावा नहीं करेगी. अजीत पवार की बजाए भाजपा पुणे सीट पर दावा करेगी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से पार्टी में आए सुनील देवधर का नाम सामने आया है. देवधर गृह मंत्री अमित शाह के नजदीकी माने जाते हैं. त्रिपुरा में पार्टी की सत्ता लाने में उनका बडा रोल था. वे राष्ट्रीय सचिव रह चुके हैं.
देवधर त्रिपुरा में अनेक वर्षो तक संघ प्रचारक रहे. उन्होंने ढाई दशक तक चले वाम मोर्चो के साम्राज्य में सेंध लगाई. वहां भाजपा की सफलता में उनका बडा योगदान माना जाता है. पुणे में जन्मे देवधर ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में संघ प्रचारक के रुप में 12 वर्षो तक काम किया. उस क्षेत्र के लोगों को जोडने में उन्होंने माय होम इंडिया नाम की संस्था बनाई थी.