जयंत पाटिल की भूमिका को लेकर शरद पवार गुट में नाराजी

पाटिल के खिलाफ सभी युवा नेता हुए एकजुट

मुंबई/दि.30 – राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल की भूमिका को लेकर हाल-फिलहाल के दिनों के दौरान कई बार नाराजगी वाले सूर उमडे है. विशेष कर विधानसभा चुनाव में असफलता के बाद पार्टी में अंतर्गत मतभेद व नेतृत्व को लेकर भी चर्चाएं शुरु हो गई है. इसी बीच जयंत पाटिल ने अपना कार्यकाल पूर्ण होते-होते कुछ नियुक्तियां की है. जिसके चलते पार्टी के युवा नेता अब पाटिल से नाराज बताए जा रहे है. इन युवा नेताओं में विधायक रोहित पवार व विधायक रोहित पाटिल का भी समावेश है. साथ ही इन नाराज नेताओं ने अपनी नाराजगी सीधे पार्टी प्रमुख शरद पवार तक पहुंचा दी है. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि, शरद पवार द्वारा अब क्या निर्णय लिया जाता है.
उल्लेखनीय है कि, विधानसभा चुनाव मेन शरद पवार गुट वाली राकांपा को अपेक्षित सफलता नहीं मिली और इस हार के बाद पार्टी के कई नेताओं ने अजीत पवार गुट के साथ नजदिकी साध ली. जिसके चलते कार्यकर्ताओं में काफी हद तक संभ्रम बना दिखाई दिया. जिसे लेकर जयंत पाटिल ने पार्टी की बैठक में आक्रामक भूमिका अपनाई थी और ऐसे नेताओं को खडे बोल भी सुनाए थे. इसके अलावा जयंत पाटिल द्वारा कुछ दिन पूर्व ‘मेरा कुछ सही नहीं’ कहे जाने के चलते पाटिल के ही नाराज रहने की चर्चा चल पडी थी. हालांकि पाटिल ने बारामती में शरद पवार से मुलाकात करते हुए ऐसी चर्चाओं पर पूर्णविराम लगा दिया था. साथ ही कहा था कि, उनके बयान को गलत ढंग से लिया गया है. जिसके बाद जयंत पाटिल ने पार्टी के कुछ प्रवक्ताओं की नियुक्तियों को रद्द कर दिया था. जिसके चलते पार्टी में एक बार फिर अंतर्गत विवाद पैदा हो गया और कई युवा नेता व कार्यकर्ता उनसे नाराज हो गए. जिसके चलते जयंत पाटिल का प्रदेशाध्यक्ष पद मुश्कील में माना जा रहा है. खास बात यह भी है कि, इस समय शरद पवार गुट और अजीत पवार गुट के दोबारा एक होने से संबंधित चर्चाएं भी चल रही है. जिसमें प्रदेशाध्यक्ष पद बाधा बन सकता है. संभवत: इसी वजह के चलते जयंत पाटिल की भूमिका पर सवालिया निशान उठाए जा रहे है.

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