बागियों व गद्दारों को मत बनाओ प्रत्याशी
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दी दो टूक सलाह
* सीएम शिंदे सहित दोनों डेप्यूटी सीएम के साथ की बैठक
* एक दूसरे के बागियों को टिकट नहीं देने की दी नसीहत
नई दिल्ली /दि.24- यदि महायुति में शामिल किसी दल का कोई नेता खुद को टिकट नहीं मिलने के चलते अपनी पार्टी के खिलाफ बगावत या गद्दारी करता है, तो उसे महायुति में शामिल किसी अन्य घटक दल में बिल्कुल भी अपनी पार्टी में शामिल नहीं करना चाहिए और ऐसे बागी व गद्दार लोगों को अपना प्रत्याशी भी नहीं बनाया जाना चाहिए. इस आशय की दो टूक सलाह भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा आज महायुति के नेताओं को दी गई.
विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही धामधूम के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा दोनों उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस व अजीत पवार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करते हुए उनसे राज्य की राजनीतिक स्थिति के बारे में चर्चा की. इस बैठक के दौरान महायुति की ओर से प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची घोषित होते ही कई स्थानों पर महायुति में शामिल घटक दलों के कुछ नेताओं द्वारा खुद को टिकट नहीं मिलने या अपने दल की बजाय किसी दूसरे दल के कोटे में सीट चली जाने के चलते की जा रही बगावत के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. जिसे लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कहा कि, भाजपा सहित महायुति के लिए महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में सिद्धांतों के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता. अत: यदि महायुति में शामिल किसी भी घटक दल के किसी नेता द्वारा बगावत या गद्दारी की जाती है, तो उसे महायुति के किसी अन्य घटक दल द्वारा बिल्कुल भी पनाह नहीं दी जानी चाहिए और ऐसे गद्दारों व बागियों को प्रत्याशी तो बिल्कुल भी नहीं बनाना चाहिए. क्योंकि इससे महायुति में ही आपसी रंजिश व गलतफहमी पैदा होगी. जबकि इस समय महायुति में शामिल सभी घटक दलों को पूरी तरह से एकजूट होकर चुनाव लडने की जरुरत है.