विदर्भ के अमरावती,वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर में सुखे के हालत
राज्य में है भीषण सूखा जलाशयो के भंडारम में 24 फीसदी गिरावट
मुख्यमंत्री शिंदे ने अकेले संभाली कमान
मुंबई./दि.24- राज्य के जल संकट के कारण सूखे की स्थिती गंभीर होती जा रही है. मुख्यमंत्र एकनाथ शिंदे ने सूखे से निपटने के लिए सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा शुरू कर दिया है. तो सूखाग्रस्त इलाकों के पालक मंत्री लोकसभा चुनाव खत्म होते ही विदेश भ्रमण पर निकल गए है. ऐसे में विपक्ष सवाल उठा रहा है कि जिन लोगों पर राज्य की जनता के हितों की रक्षा की जिम्मेदारी है, वह लोग विदेश में सैर सपाटा कर रहे है. हालांकि राज्य सरकार ने सूखे की स्थिती को देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग से आचार संहिता में छूट देने की मांग की है. राज्य के कई जिलों में पड रही भीषण गर्मी का असर सूखे के तौर पर देखने को मिल रहा है. राज्य के सभी प्रमुख बांधो का जल भंडारण 24,.03 प्रतिशत पर आ गया है. जिससे राज्य के 23 जिलों में पानी की भारी किल्लत हो गई है. सरकार ने जिन मंत्रियों को उनके जिले के हितों की रक्षा के लिए पालकमंत्री बनाया है. वह विदेश में घूम रहे है. हिंगोली के पालक मंत्री अब्दुल सत्तार लोकसभा चुनाव खत्म होते ही विदेश पहुंच गए है. जबकि बीड के पालक मंत्री धनंजय मुंडे विदेश जाने की तैयारी में है. भीषण सूखे की जद में आए जालना के पालक मंत्री अतुल सावे और परभणी के पालक मंत्री संजय बनसोडे धार्मिक यात्रा पर निकल गए है. जबकि संभाजी नगर के पालक मंत्री संदीपान भुमरे बीमार है और मुंबई में इलाज करा रहे है. प्रदेश कॉग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मंत्रियों की सैर पर सवाल उठाते हुए कहा कि खोखे मंत्री जनता की सेवा के लिए नहीं बल्कि अपनी मौज मस्ती के लिए मंत्री बने है.
इन जिलों में सूखे जैसे हालतः प्रदेश के जिन जिलों की कुछ तहसीलों में सूखे जैसे हालात बन रहे है. उनमें छत्रपति संभाजीनगर, बीड, हिंगोली, जालना, नांदेड, लातुर, उस्मानाबाद, परभणी, अहमदनगर, धुले, जलगांव, नंदुरबार, अकोला, अमरावती,वर्धा, बुलढाना, यवतमाल, वाशिम, नागपुर, चंद्रपुर, पुणे, सांगली और पालघर शामिल है.
सीएम ने सूखे के हालात का लिया जायजाः
सूखे की स्थिती का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुरुवार को छत्रपति संभाजीनगर पहुंचे. उन्होनें सूखाग्रस्त इलाकों में पानी की सप्लाई कैसे की जा सके इसको लेकर मंत्रिमंडल के साथी मंत्री गिरीश महाजन, तानाजी सावंत और गुलाबराव पाटील के साथ बैठक की. शिंदे ने अधिकारियों क आदेश दिया है कि23 जिलों मेें जहां- जहां पानी की स्पलाई टैंकरों के जरिए हो रही है. उसमें तेजी लाई जाए. पशुओं को चारा पहुंचाने के लिए उचित कदम उठाए जाए. इस समय राज्य के 1 हजार 289 गांव और 512 वाडो में 1 हजार 837 टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति की जा रही है.
किसानों से वसूली पर रोक
मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि उन्होनें अधिकारियों को अगले आदेश तक किसानो से किसी भी तरह की कर्ज वसूली पर रोक लगाने को कहा है. राज्य के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश से किसानों की फसलो को हुए नुकसान का आकलन करने के भी आदेश अधिकारियों को दिए गए है. सूखे के हालात को देखते हुए चुनाव आयोग से आचार संहिता में ढिलाई देने की मांग की है.