मादक पदार्थों की तस्करी व अवैध धंधे हैं अचलपुर दंगे की वजह
सत्यशोधन समिती का निष्कर्ष, पत्रवार्ता में दी गई जानकारी
* बाहरी तत्वों के साथ ही खुफिया तंत्र की विफलता को भी ठहराया जिम्मेदार
नागपुर/दि.18– अमरावती जिले के अचलपुर को हमेशा ही संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है और यहां पर आये दिन तनाव उत्पन्न होकर दंगेवाली स्थिति बन जाती है. इसी के तहत बीते दिनों अचलपुर में धार्मिक दंगा भडका. जिसके लिए मुख्य रूप से मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध धंधे सबसे प्रमुख वजह है. साथ ही साथ दंगों के दौरान बाहरी तत्वों की सक्रियता एवं दंगों से पहले हालात का आकलन करने में खुफिया विभाग की विफलता भी दंगा भडकने के लिए जिम्मेदार है. इस आशय का निष्कर्ष मैत्री परिवार द्वारा स्थापित सत्यशोधन समिती द्वारा निकाला गया और अपनी रिपोर्ट को लेकर यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में जानकारी दी गई.
बता दें कि, अचलपुर में हुए धार्मिक दंगों की वजहों को जांचने हेतु मैत्री परिवार द्वारा मई माह के प्रारंभ में वरिष्ठ पत्रकार उदय निरगुडकर की अध्यक्षता में सत्यशोधन समिती का गठन किया गया था. जिसमें पूर्व न्यायाधीश मीरा खडककर, पूर्व सहायक पुलिस आयुक्त अनिल बोबडे तथा वरिष्ठ पत्रकार गजानन जानभोर व प्रवीण मुधोलकर का समावेश था. इस समिती ने अचलपुर शहर के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के साथ-साथ अचलपुर एवं परतवाडा परिसर के सभी इलाकों का दौरा करते हुए कई मुद्दों को लेकर अध्ययन किया. जिसके बाद समिती ने अपनी रिपोर्ट तैयार करते हुए इसे एक पत्रकार परिषद के जरिये सार्वजनिक किया.
गत रोज यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में सत्यशोधन समिती के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार उदय निरगुडकर एवं मैत्री परिवार के संजय भेंडे ने कहा कि, अचलपुर एवं परतवाडा शहर में बडे पैमाने पर अवैध धंधे चल रहे है और यहां मादक पदार्थों की तस्करी भी जमकर होती है. इसके अलावा जुडवा शहर में अतिक्रमण भी काफी अधिक बढा हुआ है और यहां समाजकंटकों की संख्या भी काफी अधिक है. साथ ही बाहरी क्षेत्रों के कई अपराधी तत्व भी अचलपुर को अपना आश्रयस्थल बनाये हुए है. जिसकी वजह से यह परिसर लगातार संवेदनशील बना रहता है और समाज विघातक शक्तियों व बाहरी तत्वों द्वारा किसी भी समय छोटी से चिनगारी को बडी आग का रूप दे दिया जाता है. समिती ने अपने अध्ययन में यह भी पाया कि, प्रतिबंधित रहनेवाले कुछ उग्रवादी संगठनों के नये बैनरतले कुछ लोग अचलपुर शहर में कार्यरत है और यहां पर बडी तेजी से बाहरी क्षेत्र के लोगों के रिहायशी इलाके बढ रहे है. यद्यपि अचलपुर शहर में किसी भी तरह के कोई उद्योग-धंधे नहीं है, लेकिन इस शहर की आबादी में बडी तेजी से इजाफा हो रहा है. जिसमें बाहर से आनेवाले लोगों की संख्या काफी अधिक है और यह वृध्दि भी शहर के कुछ विशिष्ट इलाकों में ही हो रही है और इन इलाकों में ही मादक पदार्थों की तस्करी व बिक्री के साथ ही अन्य कई तरह के अवैध धंधे भी चलाये जाते है. ऐसे में पुलिस महकमे द्वारा किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव में आये बिना ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की दुबारा पुनरावृत्ति न हो. इसके साथ ही इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, जल्द ही सत्यशोधन समिती की रिपोर्ट राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को पेश की जायेगी ओर अचलपुर व परतवाडा शहर के सभी संवेदनशील इलाकोें में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था को कार्यान्वित करने की सिफारिश की जायेगी.