सरकारी सेवा में आने वाले प्रत्येक दिव्यांग की होगी जांच
दिव्यांग कल्याण विभाग ने जारी किया महत्वपूर्ण आदेश
मुंबई /दि.21- पूर्व आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने बोगस प्रमाणपत्र पेश करते हुए यूपीएससी में आईएएस रैंक की नौकरी हासिल की थी. परंतु पुजा खेडकर के कई कारनामे सामने आने के बाद हुई जांच के चलते उसकी नौकरी चली गई और उसके खिलाफ अपराध भी दर्ज किया गया. वहीं अब सरकार ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. जिसके चलते फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र पेश करते हुए सरकारी लाभ लेने वाले लोगों के खिलाफ अब कडी कार्रवाई की जाएगी. जिसे लेकर दिव्यांग कल्याण विभाग द्वारा महत्वपूर्ण शासनादेश जारी किया गया.
राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अब सरकारी निधि प्राप्त करने वाली संस्थाओं व विभागों में नियुक्त होने वाले उम्मीदवारों के दिव्यांगत्व की प्रत्यक्ष जांच की जाएगी. ऐसे में अब सभी सरकारी महकमों व अनुदानित संस्थाओं में दिव्यांग कोटे के तहत नौकरी हासिल करने वाले अभ्यार्थियों के दिव्यांगत्व प्रमाणपत्र की कडाई के साथ जांच की जाएगी. बता दें कि, दिव्यांगों हेतु सरकारी नौकरियों एवं विविध संस्थाओं में 4 फीसद आरक्षण का प्रावधान है. ऐसे में कुछ लोग फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र पेश करते हुए नौकरी हासिल कर लेते है. जो सीधे-सीधे असल में दिव्यांग रहने वाले लोगोें के साथ अन्याय है. ऐसे में पुजा खेडकर मामले को लेकर मचे हंगामें के बाद राज्य सरकार इस मुद्दे के प्रति काफी हद तक गंभीर हुई है. जिसके तहत दिव्यांग कल्याण विभाग द्वारा शासनादेश जारी किया गया है.