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* स्वारगेट दुराचार मामले की हुई सुनवाई
पुणे /दि. 1- पुणे स्थित स्वारगेट बसस्थानक पर विगत 25 फरवरी को एक 26 वर्षीय युवती के साथ दुराचार की घटना घटित हुई थी. जिसे लेकर पूरे राज्य में अच्छा-खासा हडकंप मचा. वहीं अब इस मामले के आरोपी दत्तात्रय गाडे को पुणे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. जिसे शुक्रवार की शाम अदालत में पेश करते हुए उसके लिए 14 दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग की गई. परंतु इस समय बचाव पक्ष के वकिलों ने आरोपी का बचाव करते हुए कहा कि, उक्त युवती खुद होकर बस के भीतर गई थी तथा युवती की मर्जी से ही सबकुछ हुआ था. ऐसे में आरोपी को ज्यादा से ज्यादा दो दिन पुलिस कस्टडी में रखा जाना चाहिए. साथ ही बचाव पक्ष ने यह सवाल भी उपस्थित किया कि, जब आरोपी की तस्वीर मीडिया के जरिए सामने आ चुकी है तो उसे नकाब पहनाकर कोर्ट में लाने का क्या औचित्य है.
इस मामले को लेकर कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकिलों ने यह भी कहा कि, यद्यपि आरोपी के खिलाफ कुछ अन्य मामले भी दर्ज है, परंतु उसका कोई भी अपराध अब तक किसी भी अदालत में साबित नहीं हुआ है. ऐसे में उसे पेशेवर अपराधी नहीं कहा जा सकता. साथ ही बचाव पक्ष ने यह दावा भी किया कि, मीडिया की वजह इस मामले ने इतना अधिक तुल पकडा.
वहीं दूसरी ओर अभियोजन पक्ष द्वारा बचाव पक्ष के दावे को खारित करते हुए अदालत को बताया गया कि, आरोपी ने पीडिता को दिदी संबोधित करते हुए आवाज दी थी और पीडिता के गांव जानेवाली बस दिखाने हेतु उसे बस के भीतर लेकर गया था. आरोपी एक पेशेवर अपराधी है. जिसके खिलाफ 6 मामले दर्ज है. जिनमें से 5 मामलों में महिलाएं ही फिर्यादी है, इससे आरोपी का महिलाओं की ओर देखने का दृष्टिकोन समझ में आता है. ऐसे में आरोपी ने इस तरह के और कितने अपराध किए है, स्वारगेट वाली वारदात के बाद वह किसके संपर्क में था और आरोपी का मोबाइल कहां है, इन तमाम बातों का पता लगाने हेतु आरोपी को 14 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में दिया जाना चाहिए. इस समय दोनों पक्षों का युक्तिवाद सुनने के बाद अदालत ने आरोपी को 12 मार्च तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया है.