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कल से शुरु होगा फडणवीस राज

सीएम पद हेतु देवेंद्र फडणवीस के नाम पर लगी मुहर

* भाजपा विधायक दल की बैठक में बनी सर्वसम्मती
* सभी विधायकों ने एक सुर के साथ रखा फडणवीस का नाम
* बैठक में पर्यवेक्षक सीतारमण और रूपाणी भी थे उपस्थित
* कल आजाद मैदान पर फडणवीस लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
* शपथ समारोह में दो उपमुख्यमंत्रियों की भी होगी शपथविधि
* एकनाथ शिंदे व अजीत पवार होंगे नए डेप्युटी सीएम
* घटक दलों के नेताओं ने की राज्यपाल से भेंट
* महायुति को राज्यपाल ने दिया सरकार बनाने का मौका                                                                                                    मुंबई /दि. 4- महाराष्ट्र को अगला मुख्यमंत्री कल 5 दिसंबर को मिल जाएगा. जिसके लिए मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां आजाद मैदान में चल रही हैं. इस बीच आज बुलाई गई भाजपा विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति के साथ देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. जिसके साथ ही यह तय हो गया कि, देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बन रहे हैं, जो कल आजाद मैदान पर होने जा रहे शपथग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. साथ ही उनके साथ दो उपमुख्यमंत्रियों की भी शपथविधि होगी. जिनमें मौजूदा कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा नए उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथविधि होगी. विधायक दल की बैठक से पहले भाजपा कोर कमेटी की बैठक में भी मुख्यमंत्री पद हेतु देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगाई गई थी. इस बीच आज दोपहर देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे व अजीत पवार सहित महायुति में शामिल घटक दल के नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने हेतु अपना दावा पेश किया. इस समय एकनाथ शिंदे व अजीत पवार सहित महायुति के सभी विधायकों का सीएम पद हेतु देवेंद्र फडणवीस के नाम समर्थन पत्र भी राज्यपाल को सौंपा गया. जिसके बाद राज्यपाल ने देवेंद्र फडणवीस को महायुति की ओर से नई सरकार बनाने हेतु आमंत्रित किया. इसके चलते कल 5 दिसंबर को शाम साढे पांच बजे मुंबई के आजाद मैदान पर आयोजित शपथग्रहण समारोह में देवेंद्र फडणवीस द्वारा राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली जाएगी. साथ ही इस समारोह उपमुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे व अजीत पवार की भी शपथविधि होगी.
आज सबसे पहले भाजपा विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को नेता चुना गया. इसके बाद फडणवीस मुख्यमंत्री आवास वर्षा पहुंचे, यहां शिंदे और पवार के साथ बातचीत की. सूत्रों के मुताबिक यहां मंत्रियों के नामों पर चर्चा हुई. शाम तक नाम भी बता दिए जाएंगे. आज बुलाई गई भाजपा विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति के साथ देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. जिसके साथ ही यह तय हो गया कि, देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बन रहे हैं, जो कल आजाद मैदान पर होने जा रहे शपथग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. साथ ही उनके साथ दो उपमुख्यमंत्रियों की भी शपथविधि होगी. जिनमें मौजूदा कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा नए उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथविधि होगी. विधायक दल की बैठक से पहले भाजपा कोर कमेटी की बैठक में भी मुख्यमंत्री पद हेतु देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगाई गई थी. विशेष उल्लेखनीय है कि, आज भाजपा विधायक दल की बैठक हेतु विशेष तौर पर मुंबई पहुंचे केंद्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारामण व गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भाजपा के विधायकों से विधायक दल के नेता व मुख्यमंत्री पद हेतु अपने में से किसी एक विधायक का नाम सुझाने के लिए कहा, तो सभी विधायकों ने एकसूर में देवेंद्र फडणवीस का ही नाम आगे किया. इस समय केंद्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा एक से अधिक बार मौका दिए जाने पर भी भाजपा के सभी विधायकों की ओर से केवल और केवल देवेंद्र फडणवीस के नाम का ही प्रस्ताव सामने आया. जिसके चलते केंद्रीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति के बीच देवेंद्र फडणवीस के नाम पर विधायक दल के नेता के तौर पर निर्णय लिया गया और फडणवीस के विधायक दल का नेता चुने जाते ही यह स्पष्ट हो गया कि, अब वे ही राज्य के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे है.
विधान मंडल के सेंट्रल हॉल में भाजपा कोर कमिटी व विधायक दल की बैठक शुरू होते ही निर्मला सीतारमण और विजय रूपाणी को बुके देकर उनका स्वागत किया गया. दोनों नेता सामने सोफे पर बैठे और उनके आसपास दूसरे नेता बैठे. बैठक शुरू हुई. औपचारिकता निभाई गई और फिर देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा गया. मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव आने के बाद पर्यवेक्षकों ने पूछा और कोई प्रस्ताव? इस पर नेताओं ने कहा नहीं. विजय रूपाणी ने कहा, ’मुझे लगता है कि एक ही प्रस्ताव आया हुआ है, पक्का?’ नेताओं ने हां में सिर हिलाया तो कुछ ने हां कहा. विजय रूपाणी ने फिर कहा, ’कोई दूसरा प्रस्ताव है?’ नीचे से जोर से आवाज आती है, नहीं… उसके बाद देवेंद्र फडणवीस के नाम का आधिकारिक ऐलान मीटिंग में किया गया.
* चंद्रकांत पाटिल और मुनगंटीवार ने रखा प्रस्ताव
भाजपा विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक विजय रूपाणी ने कहा, ’मैं सर्वसम्मति से देवेंद्र फडणवीस को विधानमंडल दल का नेता घोषित करता हूं.’ देवेंद्र फडणवीस को ग्रुप लीडर चुने जाने के साथ ही अब यह तय हो गया है कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर आजाद मैदान में शपथ लेंगे. बीजेपी विधायक दल की बैठक में चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार ने ग्रुप लीडर के तौर पर देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा था. बीजेपी विधायकों ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी.
*फडणवीस के नाम सभी विधायकों ने एक साथ भरी हामी
भाजपा से नवनिर्वाचित विधायक प्रवीण वसंतराव तायडे ने कहा कि हमनें मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस को चुना है. वह ऐसे नेता हैं जो महाराष्ट्र में सकारात्मक बदलाव और बेहतरी ला सकते हैं. वह सभी को साथ में लेकर चलते हैं. सभी विधायकों ने उन्हें चुना है. उन्हें पांच साल सरकार चलाने का अनुभव है. एकनाथ शिंदे नाराज नहीं हैं. मैं उनके बारे में नहीं बोल सकता हूं. लेकिन, वह बीमार चल रहे हैं.
* बीजेपी विधायकों ने की फडणवीस की तारीफ
भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक रवि राजा ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. पूरी पार्टी ने इस फैसले का समर्थन किया है. महाराष्ट्र को आगे की प्रगति के लिए देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व की जरूरत है. एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी सीएम के तौर पर काम करेंगे. जब देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री होते हुए पिछली सरकार में डिप्टी सीएम का पद महाराष्ट्र की जनता की हित के लिए स्वीकारा था.
* अजित पवार और शिंदे होंगे डिप्युटी सीएम!
पिछले कई दिनों से देखा जा रहा है कि बीजेपी का ग्रुप लीडर कौन है इसको लेकर चर्चा चल रही थी. महागठबंधन में शामिल एनसीपी और शिवसेना दलों ने अपने समूह के नेताओं की घोषणा कर दी थी. सबकी नजर इस बात पर थी कि बीजेपी से कौन होगा. अब देवेंद्र फडणवीस राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते नजर आएंगे. भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता-साझेदारी वार्ता में एकनाथ शिंदे और अजित पवर को उप मुख्यमंत्री बनाया जाना तय हुआ है. सरकार का नेतृत्व भाजपा के देवेंद्र फडणवीस करेंगे. बीजेपी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद अब मुख्यमंत्री पद के लिए मनोनीत उम्मीदवार, दो उपमुख्यमंत्रियों (अजित पवार सहित) के साथ, बुधवार को राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
* विभागों पर कोई निर्णय नहीं
शिवसेना के एक पदाधिकारी ने बताया कि गुरुवार को केवल मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. सत्ता-साझेदारी के फार्मूले को अंतिम रूप दिए जाने के बाद पूर्ण मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा. ’गृह विभाग सहित विभागों के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, जिसकी मांग शिंदे कर रहे हैं. शिवसेना अपने पिछले 9 पदों को बरकरार रखना चाहती है.

मविआ की सरकार से त्रस्त थे महाराष्ट्रवासी
* केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामण का कथन
* एक है तो सेफ है का नारा भी दोहराया
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के साथ ही गुट नेता व मुख्यमंत्री पद हेतु देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगाने के बाद केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामण ने कहा कि, विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 14 करोड जनता ने पूरे भारत देश के लिए सशक्त संदेश दिया है. इसी तरह का संदेश हरियाणा विधानसभा चुनाव से भी निकला था. खास बात यह रही कि दोनों राज्यों के चुनाव लोकसभा के चुनाव पश्चात हुए थे. सीतारामण के मुताबिक कांग्रेस के नेतृत्ववाली मविआ सरकार ने महाराष्ट्र की प्रगति में बाधा उत्पन्न की थी और मविआ सरकार के कामों से लोकबाग त्रस्त हो गए थे. यही वजह रही कि, महाराष्ट्र वासियों ने भाजपा के नेतृत्ववाली महायुति को स्पष्ट बहुमत दिया है. साथ ही इस समय निर्मला सीतारामण ने विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए ‘एक है तो सेफ है’ का नारा भी दोहराया और मुख्यमंत्री पद हेतु चुने जाने पर देवेंद्र फडणवीस का अभिनंदन करते हुए उन्हें भावी कार्यकाल हेतु अपनी शुभकामनाएं भी दी.


फडणवीस का नाम लेना ही भूल गए प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले
विशेष उल्लेखनीय रहा कि, गुटनेता का चयन करने हेतु बुलाई गई भाजपा विधायक दल की बैठक को संबोधित करते समय भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा अपने संबोधन में सीएम पद के प्रत्याशी देवेंद्र फडणवीस का उल्लेख करना ही रह गया. भाषण पूरा होने के बाद अपनी यह गलती ध्यान में आने पर बावनकुले ने तुरंत अपनी इस गलती को सुधारा तथा कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही भाजपा सहित महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जबरदस्त सफलता हासिल की है. जिसमें आप सभी विधायकों की मेहनत भी शामिल है.

2019 में बेमानी करनेवालों को जनता ने सिखाया सबक
* गुटनेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
भाजपा विधायक दल की बैठक में गुटनेता चुने जाने के बाद अपने विचार व्यक्त करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव पश्चात भी भाजपा के पक्ष में जनादेश प्राप्त हुआ था. परंतु भाजपा के साथ युति में शामिल दल के नेताओं बेईमानी करते हुए जनादेश का अनादर किया था. आज हमें उस अतीत में जाने की जरुरत नहीं है. क्योंकि, आज से हम एक नई शुरुआत कर रहे है. परंतु इस बात का अवश्य उल्लेख करना जरुरी है कि, वर्ष 2019 के बाद भाजपा के विधायकों व नेताओं को काफी तकलीफे दी गई. लेकिन इसके बावजूद हमारा एक भी व्यक्ति पार्टी छोडकर नहीं गया और हम एकजुट बने रहे. इसकी बदौलत जहां वर्ष 2022 में हमारी अपनी सरकार आई वहीं आज महायुति को 230 से अधिक सीटें मिली है. अपने संबोधन में देवेंद्र फडणवीस ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति भी विशेष तौर पर आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि, मुझ जैसे बूथ कार्यकर्ता के तौर पर राजनीति जीवन की शुरुवात करनेवाले व्यक्ति को पीएम मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैसे नेताओं ने बडा बनाने का काम किया. साथ ही अब मुख्यमंत्री बनने जा रहे देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि, अब आगे की राह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का संघर्ष करने की है. ऐसे में एक बडे लक्ष्य को आंखो के सामने रखते हुए सभी ने पूरी एकजुटता के साथ काम करना चाहिए. क्योंकि, अगर हम एक है, तभी हम सेफ है.
इस समय देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि, आनेवाले समय में अगर चार चीजें सभी के मन लायक होंगी तो चार बातें कुछ लोगों के मन के विरुद्ध भी हो सकती है. ऐसे में हम सभी को आपसी मनमुटाव व व्यक्तिगत स्वार्थ को परें रखते हुए काम करना होगा.

सामूहिक निर्णय लेने में होता है थोडा विलंब
* भाजपा पर्यवेक्षक विजय रुपाणी का कथन
भाजपा विधायक दल की बैठक के उपरांत केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर उपस्थित गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि, विधायक दल की बैठक में गुटनेता के तौर पर देवेंद्र फडणवीस का चयन सर्वसम्मती से हुआ हैै. इसका सीधा मतलब है कि, फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव पश्चात सत्ता स्थापना में होनेवाले विलंब को लेकर विजय रुपाणी का कहना रहा कि, भाजपा द्वारा सामूहिक निर्णय लेने में विश्वास किया जाता है और भाजपा में वरिष्ठ नेताओं की कोई तानाशाही या मनमर्जी वाला मामला नहीं है. हमने महायुति के तौर पर घटक दलों के साथ मिलकर चुनाव लडा था और चुनाव में सफलता मिलने के बाद सभी घटक दलों से चर्चा व विचार विनिमय करते हुए निर्णय लिया गया. जिसकी वजह से निर्णय लेने में थोडा विलंब हो गया. साथ ही विजय रुपाणी ने यह भी कहा कि, कल आजाद मैदान में मुख्यमंत्री व दो उपमुख्यमंत्री को निश्चित तौर पर पदकीय शपथ लेंगे. वहीं शाम में पार्टी हाईकमाल से चर्चा करने के उपरांत तय किया जाएगा कि, कल और किन मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है.

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