विदर्भ के चार विधायक कांग्रेस की बैठक से दूर
अशोक चव्हाण इफेक्ट
नागपुर/ दि. 15- बुधवार को मुंबई में हुई प्रदेश कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक में विदर्भ के चार विधायक अनुपस्थित रहने से तरह- तरह की चर्चा शुरू हो गई है. अटकलें हैं कि चारों भी भाजपा में प्रवेश ले सकते हैं. किंतु इन चारों ने स्पष्ट किया कि वे पंजा नहीं छोडेंगे. अशोक चव्हाण के पार्टी छोडकर भाजपा में शामिल होने के बाद का यह इफेक्ट बताया जा रहा है. उसी प्रकार समाज माध्यमों पर बाकायदा विधायकों के नाम देकर नाना प्रकार के कयास व्यक्त किए जा रहे हैं.
राज्य सभा की 6 सीटों के लिए नामांकन आज पूर्ण हो गये. इससे पूर्व पार्टी प्रत्याशी तय करने और अन्य विषयों पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने बैठक आहूत की थी. इस बैठक में विदर्भ से सुभाष धोटे, राजू पारवें, सुधाकर अडबाले, सहसराम कोरोटे अनुपस्थित थे. सुभाष धोटे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में विविध कार्यक्रम रहने से बैठक में नहीं आने की बात कहीं थी. चंद्रपुर में प्रशासन के साथ महत्वपूर्ण बैठक नियोजित रहने की सफाई देकर गुरूवार सबेरे मुंबई जाने की बात कहीं. राजू पारवे ने भी पूर्व नियोजित कार्यक्रम रहने से बैठक से अनुपस्थित रहने की बात कही. उधर शिक्षक, विधायक सुधाकर अडबाले ने कहा कि वे कभी कांग्रेस पार्टी या विधायकों की बैठक में नहीं गये. वे विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संगठन के प्रत्याशी थे. महाविकास आघाडी ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया था. अडबाले ने कहा कि अशोक चव्हाण का जहां तक मामला है, उसका उत्तर कांग्रेस ही दे सकती है.