शेगांव से गजानन महाराज की पालखी पंढरपुर की ओर
सैकडों भाविक, वारकरी टाल-मृदंग लेकर उत्साह से सम्मिलित

* गजराज और अश्व सहित दशकों की परंपरा
बुलढाणा/दि.2 – संत गजानन महाराज संस्थान मंदिर शेगांव का परिसर आज सबेरे रथ, पालखी, अश्व और गजराज सहित सजा था. टाल-मृदंग की ताल पर गजानन महाराज और पंढरीनाथ का जयकारा लगाते हुए करीब 700 वारकरी अपार उत्साह से श्री क्षेत्र पंढरपुर के लिए रवाना हो गए. पालखी यात्रा नागझरी के गोमाजी महाराज संस्थान की ओर रवाना हुई.
आषाढी एकादशी उपलक्ष्य संपूर्ण राज्य से श्री क्षेत्र पंढरपुर के लिए विविध संतों की पालखी जाती है. पैदल वारी में वारकरी बडी संख्या में और श्रद्धा से टाल-मृदंग बजाते हुए सहभागी होते हैं. शेगांव से पंढरपुर 725 किमी की इस वारी का यह 56 वां वर्ष होने की जानकारी दी गई.
वारी के प्रस्थान करने पश्चात देशमुख के वाडा में चाय और अल्पोहार दिए गए. उपरांत नागझरी की ओर प्रस्थान किया. हजारों भाविकों ने उत्साह से पालखी को विदा किया. पालखी की आगे अनेक स्थानों पर अगवानी की जाती है. जलपान से लेकर भोजनादि का प्रबंध भक्त सहर्ष करते हैं. उसी प्रकार गजानन महाराज को भी शाल-श्रीफल अर्पित किया जाता है. जय हरी विठ्ठल, श्रीहरी विठ्ठल, गण गण गणात बोते, श्री गजानन, जय गजानन का जयघोष करते हुए पालखी वारी आगे बढी. दो रोज बाद पालखी का अकोला में जोरदार स्वागत किया जाएगा. अकोला में इसके लिए तैयारियां शुरु है.