* नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार ने की आलोचना
नागपुर /दि.30- लोकसभा चुनाव में तगडा झटका लगने के बाद महायुति सरकार ने वोटर्स को आकर्षित करने न केवल कल्याणकारी योजनाओं की झडी लगा दी, बल्कि अब इन योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु 270 करोड का आवंटन किये जाने का समाचार है. इसे प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए अच्छी खबर कह सकते हैं. किंतु नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने सरकारी योजनाओं की प्रसिद्धि हेतु 270 करोड के खर्च को सरासर गलत बताया है और यह भी कहा कि, विधानसभा चुनाव हेतु वोटर्स को लुभाने का प्रयत्न हो रहा है.
* योजनाओं की झडी
लोकसभा चुनाव परिणाम आने पश्चात पिछले माह राज्य शासन का बजट वित्त विभाग संभाल रहे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पेश किया. जिसमेें मुख्यमंत्री की लाडली बहन योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, युवाओं को अनुदान, छात्राओं को उच्चशिक्षा नि:शुल्क योजना, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की महिलाओं को वर्ष में तीन सिलेंडर मुफ्त, कौशल्य विकास और इंटर्नशीप के लिए युवाओं हेतु योजना आदि की झडी लगा दी. अब योजनाओं को अधिकाधिक प्रदेशवासियों तक पहुंचाने व्यापक प्रचार-प्रसार का काम हाथ में लिया गया है. सोमवार को जारी शासकीय आदेश में कहा गया कि, प्रसिद्धि हेतु 270 करोड रुपए का बजट रखा गया है.
* श्रेय की भी मची होड
महायुति के तीनों प्रमुख घटक दलों भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट और राकांपा अजीत पवार गट में कल्याणकारी योजनाओं के श्रेय की होड मची. उपमुख्यमंत्री के रुप में अजीत पवार ने बजट प्रस्तुत किया. उसी में योजनाओं का ऐलान किया गया. फिर भी राकांपा को इसका श्रेय नहीं मिल पाने के कारण पार्टी के नेताओं में थोडा असंतोष था. जबकि मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का सारा श्रेय सीएम शिंदे को मिल गया. तीनों प्रमुख दलों के पदाधिकारी लाडली बहन योजना और अन्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार में जुट गये. पदाधिकारियों ने लाडली बहना के प्रत्येक जिले में लाखों की संख्या में पंजीयन करवाये हैं.
* ऐसे होगा खर्च
सेलेब्रेटी, लघु फिल्म, डॉक्युमेंट्री – 3 करोड
समाचार पत्र – 40 करोड
बस स्थानक, रेल्वे स्थानक, विमानतल – 136 करोड
सोशल मीडिया – 51 करोड