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सरकारी योजनाओं ने भारतीयों को बनाया आलसी

एलएंडटी के चेअरमैन सुब्रम्हण्यम के बयान पर मचा विवाद

मुंबई /दि. 12- निर्माण क्षेत्र में अग्रणी रहनेवाली लॉसर्न एंड टूब्रो यानी एलएंडटी कंपनी के अध्यक्ष व व्यवस्थापन संचालक एस. एन. सुब्रम्हण्यम ने कुछ दिन पहले रविवार को ही कर्मचारियों के काम पर आने की अपेक्षा जताते हुए कहा था कि, रविवार के दिन कर्मचारी अपनी पत्नी को कितनी देर देखते रहेंगे, इससे बेहतर है कि काम पर आ जाए. इस बयान के चलते सुब्रम्हण्यम को कई लोगों की आलोचना का सामना करना पडा था. वहीं अब सुब्रम्हण्यम ने एक बार फिर विवादास्पद बयान देते हुए कहा है कि, सरकारी योजनाओं का मुफ्त लाभ मिलने की वजह से भारतीय कामगार आलसी हो गए है और वे बाहर जाकर काम करने के लिए तैयार नहीं होते. सुब्रम्हण्यम के इस बयान को लेकर भी अच्छा-खासा हंगामा मचा है.
बता दें कि, देश की अग्रणी कंपनी रहनेवाली एलएंडटी अभियांत्रिकी, निर्माण, उत्पादन, तंत्रज्ञान व आर्थिस सेवा के क्षेत्र में अग्रसर है. साथ ही विमानतल, हाई-वे, पुल व उर्जा प्रकल्प बनाते हुए मूलभूत सुविधाओं का निर्माण करने में एलएंडटी की भूमिका सबसे अधिक है. इसी कंपनी के अध्यक्ष रहनेवाले सुब्रम्हण्यम ने कहा कि, उनकी कंपनी ढाई लाख कर्मचारियों तथा चार लाख कामगारों को रोजगार देती है तथा कर्मचारियों की गैरहाजिरी और कामगारों की अनुपलब्धता उनके लिए चिंता का विषय है. सुब्रम्हण्यम के मुताबिक संभवत: कामगारों के बैंक खातों में विविध सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ जमा होता है. इसकी वजह से अब वे अपने शहर या गांव को छोडकर कहीं बाहर जाने के लिए तैयार नहीं होते. यही वजह है कि, निर्माण मजदूरों की भर्ती करते समय कई समस्याएं पैदा होती है. सुब्रम्हण्यम के मुताबिक यह स्थिति केवल ब्ल्यू कॉलर कामगारों यानी मजदूरों तक ही सिमित नहीं है, बल्कि वाईट कॉलर जॉब करनेवाले कर्मचारियों की भी मानसिकता लगभग ऐसी ही है.

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