होमियोपैथी डॉक्टर करेंगे एलोपैथी प्रैक्टिस
इंडियन मेडिकल असो. का विरोध
मुंबई /दि.28- होमियोपैथी की प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर अब मरीजों पर ऐलोपैथिक दवाई लिखकर दे सकते है. होमियोपैथी के डॉक्टरों को ऐलोपैथी की प्रैक्टिस करने की छूट दिए जाने वाले पत्रक अन्न व औषध प्रशासन (एफडीए) ने निकाले है. एफडीए के इस निर्णय को इंडियन मेडिकल असो. (आईएमए) ने विरोध दर्शाया है.
होमियोपैथी के जिन डॉक्टरों ने शासन मान्य वैद्यकीय महाविद्यालय से सर्टिफिकेट कोर्स इन मॉर्डन फार्माकोलॉजी यह एक वर्ष का अभ्यासक्रम पूरा किया है. उसे ही ऐलोपैथी की प्रैक्टिस करने की अनुमती दिए जाने की अन्न व औषध प्रशासन के पत्रक में नमूद किया गया है. होमियोपैथी के डॉक्टरों की विगत अनेक वर्ष से की जा रही मांग अब पूर्ण हो गई है. आईएमए इस निर्णय के विरोध में न्यायालय में जाएगा.
राज्य भर में 80 हजार होमियोपैथी डॉक्टर है. उसमें दस हजार ने इस अभ्यासक्रम को पूर्ण किया है. वे ही ऐलोपैथी की प्रैक्टिस कर सकेंगे. ऐसे आयुष संचालनालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया. होयिोपैथी यह विषय आयुष संचालनालय के अखतियार में आता है.
न्यायालय में जाएंगे
होमियोपैथी डॉक्टरों ने ऐलोपैथी प्रैक्टिस शुरू किए जाने का निर्णय विरोध हम इसके पूर्व ही कोर्ट में गए थे. अन्न व औषध प्रशासन के इस निर्णय के इस विरोध में भी हम न्यायालय में जाएंगे. एक वर्ष के अभ्साक्रम पूर्ण करना और एलोपैथिक की प्रैक्टिस करने की अनुमती लेना, यह सही नहीं है.
डॉ. सतोष कदम अध्यक्ष, आईएमए (महाराष्ट्र)