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पेट्रोल और डीजल पर लगाए टैक्स से सरकार ने कितने कमाए?

कच्चे तेल के भाव में गिरावट के बावजूद नागरिकों को राहत नहीं

नई दिल्ली/दि. 28 – अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑईल की दरों में गिरावट देखने मिली. लेकिन आम नागरिकों को पेट्रोल और डीजल के भाव में राहत नहीं मिली. 5 साल में केंद्र और राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स लगाकर करोडों रुपए की कमाई की है. संसद में प्रश्नोत्तर काल में पूछे गए सवाल के जवाब में यह जानकारी सामने आई है. वित्तिय वर्ष 2019-20 से 2024-25 के पहले तीन महिने तक केंद्र और राज्य सरकार ने 36.58 लाख करोड रुपए की कमाई की है.
कांग्रेस नेता सांसद रणदीपसिंह सुर्जेवाला ने राज्यसभा में प्रश्नोत्तर काल में पेट्रोलियम मंत्रालय की तरफ मई 2019 से पेट्रोल व डीजल पर केंद्रीय उत्पादन शुल्क, अन्य टैक्स के माध्यम से सरकार ने प्राप्त की आय की जानकारी मांगी थी. इस सवाल के लिखित जवाब में पेट्रोलियम और नैसर्गिक गैस मंत्रालय के राज्यमंत्री सुरेश गोपी ने यह जानकारी दी है. इस जानकारी के मुताबिक 2019-20 से वित्तिय 2024-25 के पहले तीन माह यानी जून 2024 तक केंद्र और राज्य सरकार ने 36 लाख 28 हजार 354 करोड रुपए प्राप्त किए. जबकि 2019-20 से 2023-24 तक केंद्र और राज्य सरकार ने 35 लाख करोड रुपए के कमाई की थी.

* पेट्रोल और डीजल के टैक्स से केंद्र को कितने पैसे मिलते है?
पेट्रोल और डीजल के टैक्स से केंद्र और राज्य ने 36 लाख 28 हजार 354 करोड रुपए की वसूली की है. इसमें से 22 लाख 21 हजार 340 करोड रुपए केंद्र के खाते में गए है. यानी करीबन 60 प्रतिशत रकम केंद्र सरकार को मिली. जबकि राज्य सरकार ने बिक्री कर लगाते हुए 14 लाख 37 हजार 15 लाख करोड रुपए की कमाई की है. यानी राज्य को 40 प्रतिशत रकम मिली है.

* केंद्र और राज्य की कमाई शुरु
राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल 94.77 रुपए प्रति लीटर मिलता है. इसमें उत्पादन शुल्क, बिक्री कर छोडकर डिलर्स को प्रति लीटर पेट्रोल 55.08 रुपए में मिलता है. जबकि राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल की बिक्री 94.77 रुपए में की जाती है. यानी उत्पादन शुल्क, डिलर का कमीशन और बिक्री कर के रुप में एक लीटर के पीछे 39.69 रुपए टैक्स देना पडता है. एक लीटर पेट्रोल के भाव से वसूल किया जानेवाला टैक्स करीबन 37.24 प्रतिशत है. जबकि दिल्ली में डीजल के भाव में टैक्स के रुप में 32.85 प्रतिशत रकम वसूल की जाती है.

* कच्चे तेल के भाव में गिरावट
वर्तमान स्थिति में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑईल के भाव 73 डॉलर प्रति बैरल से गिरकर 72.85 डॉलर तक पहुंच गए है. जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑईल 70 डालर प्रति बैलर से गिरकर 68.68 डॉलर प्रति बैलर है. यानी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में गिरवट रही तो भी नागरिकों को पेट्रोल और डीजल के भाव में राहत नहीं मिली है.

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