वाशिम/दि.28 – समिपस्थ मालेगांव तहसील अंतर्गत किन्हीराजा गांव के पास स्थित जंगल में इंसानी कंकाल बरामद हुआ है. जिसकी जानकारी मिलते ही गांव में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया. वनविभाग के कर्मचारियों की जंगल में गश्त के दौरान यह इंसानी कंकाल दिखाई देते ही इसकी जानकारी जउलका पुलिस स्टेशन को दी गई. जिसके बाद यह जानकारी सामने आयी कि, उक्त कंकाल दो माह पूर्व अचानक ही लापता हो गये. शिवदास गोदमले नामक 15 वर्षीय बच्चे का हो सकता है.
जानकारी के मुताबिक किन्हीराजा गांव के वार्ड क्रमांक-3 स्थित जोगलदरी परिसर में रहने वाले देविदास गोदमले का 15 वर्षीय बेटा शिवदास गोदमले विगत 1 अप्रैल को सुबह 11 बजे हमेशा की तरह अपने दो बैलों को चराई हेतु जंगल परिसर की ओर लेकर गया था. परंतु शाम होने के बाद दोनों बैल को घर लौट आये थे. लेकिन शिवदास घर नहीं लौटा. जिसका कुछ देर इंतजार करने के बाद उसकी खोजबीन करनी शुरु की गई. लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ और शिवदास का कही कोई पता नहीं चला. ऐसे में शिवदास की गुमशुदगी को लेकर जउलका पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. शिकायत में बताया गया कि, गोरे रंग के शिवदास की उंचाई 4 फीट है और उसके दाहिने हाथ पर मराठी में उसका नाम गुदा हुआ है. साथ ही घर से निकलते समय वह कत्थे रंग का बारिक चौकडी वाला शर्ट तथा जामूनी रंग का नाइट पैंट पहने हुए था. शिवदास के पास मोबाइल भी था. जो स्वीचऑफ दिखा रहा था. जिसके चलते यह अनुमान लगाया गया कि, शायद किसी ने उसका अपहरण कर दिया है. इसके बाद अगले दो माह के बाद काफी खोजबीन करने के बावजूद भी शिवदास का कही कोई पता नहीं चला. वहीं गत रोज जउलका के जंगल में एक इंसानी कंकाल बरामद हुआ, जिसके शरीर पर ठीक उसी तरह के कपडे पाये गये. जिस तरह का वर्णन शिवदास की गुमशुदगी को लेकर दर्ज कराई गई शिकायत में किया गया था. ऐसे में अब यह चर्चा जोर पकड रही है कि, संभवत: उक्त कंकाल शिवदास नामक उसी बच्चे का है. यह जानकारी सामने आते ही शिवदास के परिवार में शोक व दुख की लहर व्याप्त हो गई है. क्योंकि शिवदास अपनी माता-पिता का इकलौता बेटा था. वहीं दूसरी ओर फारेंसिंक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच करनी शुरु कर दी है.