20 को मुंबई तो जाना ही है
विधायक बच्चू कडू से चर्चा के बाद भी जरांगे पाटिल अपने फैसले पर अडिग
* समर्थकों से ‘मुंबईवारी’ के लिए तैयार रहने कहा
जालना /दि.15- जिन लोगों के सरकारी दस्तावेज मिल गये है, उनके सगे संबंधियों को भी कुणबी प्रमाणपत्र मिलने के संदर्भ में हमने विधायक बच्चू कडू के जरिये राज्य सरकार को कुछ सुझाव दिये है. ेलेकिन इसके बावजूद भी इसमें समय को लेकर टालम-टोल हो सकती है. अत: समाजबंधुओं ने झूठी आशाओं पर नहीं रहना चाहिए, बल्कि 20 जनवरी को हमें मुंबई जाने की तैयारी रखनी ही चाहिए. इस आशय का आवाहन मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल द्वारा किया गया है.
उल्लेखनीय है कि, सरकार की ओर से जारी किये गये नये अध्यादेश को लेकर विधायक बच्चू कडू ने सोमवार की सुबह अंतरवाली सराटी गांव पहुंचकर मनोज जरांगे पाटिल से चर्चा की. जिसमें उन्होंने कहा कि, जिन मराठा समाज बंधुओं के कुणबी संबंधित प्रमाण सरकारी दस्तावेजों में प्राप्त हो गये है. उनके नामों की सूची 16 से 17 जनवरी तक ग्राम पंचायतों पर लगाई जानी चाहिए. साथ ही सगे संबंधियों के संदर्भ में दी गई जानकारी को सरकार के पास पेश करते हुए मामले का समाधान खोजा जाएंगा. इसके साथ ही 18 व 19 जनवरी को निकलने वाली अधिसूचना में यदि त्र्यंबकेश्वर व राक्षसभुवन सहित टीकाकरण पंजीयन की जानकारी का समावेश हो जाता है, तो इससे और भी आसानी होगी. इस बारे में सीएम शिंदे से मुलाकात कर चर्चा भी की जाएगी.
विधायक बच्चू कडू के साथ हुई चर्चा के बाद मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि, उनकी मराठा आरक्षण को लेकर विधायक बच्चू कडू के साथ विस्तृत चर्चा हुई. जिसमें मराठा समाज बंधुओं को तत्काल कुणबी प्रमाणपत्र वितरीत करने, साक्ष प्राप्त लोगों की सूची ग्रापं कार्यालय में प्रकाशित करने तथा साक्ष प्राप्त लोगों के सगे संबंधियों सहित सभी मराठा समाज बंधुओं को कुणबी जाति प्रमाणपत्र देने जैसे मुद्दों का समावेश था. साथ ही उन्होंने विधायक बच्चू कडू के समक्ष यह भी स्पष्ट कर दिया कि, अब इन सभी बातों को लेकर केवल चर्चा नहीं होनी चाहिए. बल्कि 20 जनवरी से पहले इन सभी बातों की पूर्ति करते हुए सरकारी निर्णय अथवा कानून पारित किया जाना चाहिए. क्योंकि यदि केवल चर्चा ही चलती रहेगी, तो बिना वजह समय नष्ट होगा. यही वजह है कि, उन्होंने किसी भी सूरत में 20 जनवरी को मुंबई जाने का निर्णय लिया है और वे अपने इस फैसले पर अडिग है.
* अन्यथा 20 के बाद मैं भी आंदोलन में
इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, मराठा समाज को आरक्षण मिले. इस हेतु वे लगातार प्रयास कर रहे है और उन्होंने इस मामले को लेकर विधानसभा में भी आवाज उठाई थी. आज यद्यपि वे यहां पर सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आये है. लेकिन यदि 20 जनवरी तक मराठा आरक्षण की मांग पूरी नहीं होती है, तो वे खुद इस आंदोलन में शामिल हो जाएंगे.