मुंबई/दि. 4- भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा से पहले अनर्गल बयानों से वातावरण बिगाडने का प्रयास हो रहा है. राकांपा शरद पवार गुट के नेता जीतेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को मांसाहारी बाताकर नए विवाद को हवा दी है. जिससे देशभर में रामभक्त नाराज हो गए हैं. भाजपा जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है. वहीं अयोध्या के परमहंस आचार्य ने आव्हाड पर कार्रवाई न होने की स्थिति में उन्हें मार डालने की धमकी दी है. आचार्य सत्येंद्र दास ने आव्हाड के बयान का निषेध किया है. दास ने कहा कि राकांपा नेता जो बोल रहे हैं, वह पूरी तरह गलत हैं. देव वनवास गए तो उन्होंने मांस भक्षण करने का किसी भी ग्रंथ में उल्लेख नहीं है. उन्होंने कंद, मूल, फल खाए, ऐसा उल्लेख लिखा मिलता है. शास्त्रों में उसका उल्लेख है. सत्येंद्र दास ने आव्हाड के वक्तव्य को निषेधार्ह बताया.
परमहंस आचार्य ने कहा कि आव्हाड का वक्तव्य निंदनीय है. राम भक्तों की भावनाएं आहत होने के कारण वे महाराष्ट्र और केंद्र सरकार से कार्रवाई का अनुरोध कर रहे हैं. भगवान श्रीराम के बारे में गलत बोलने वालों पर कडी कार्रवाई होनी चाहिए.
* आव्हाड ने पकडे कान
जीतेंद्र आव्हाड ने अपने बोले के लिए क्षमा याचना कर ली है. आव्हाड ने कहा कि मेरा भाषण अच्छा हुआ. एक वाक्य ने भाषण की दिशा बदल दी. उस वाक्य से लोगों की भावनाएं आहत हुई है. इसलिए मैं खेद व्यक्त करता हूं. मैंने जो कहा वह धारा प्रवाह निकल गया. मुझे विवाद बढाना नहीं है. वाल्मिकी रामायण में अयोध्याकांड के खंड 22, श्लोक 102 में लिखा है. मेरे पास सभी सबूत है. भाषांतरित संदर्भ है.