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दस दिन में इम्पेरिकल डेटा संकलित कर अदालत को देंगे

मंत्री विजय वडेट्टीवार ने किया दावा

* कोर्ट के आदेश से ही चुनाव होने की बात कही
नागपुर/दि.14– ओबीसी संवर्ग के राजनीतिक आरक्षण हेतु सरनेम के आधार पर इम्पेरिकल डेटा संकलित करने का काम शुरू था. जिसमें अब थोडा सुधार किया जायेगा और सरनेम के साथ ही जाति व प्रवर्ग की भी संबंधित ग्रामपंचायतों द्वारा जांच की जायेगी. जिसके बाद अगले दस दिनों के भीतर इम्पेरिकल डेटा संकलित करने का काम पूरा हो जायेगा और इस डेटा को न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया जायेगा. इस आशय की जानकारी ओबीसी कल्याणमंत्री विजय वडेट्टीवार द्वारा दी गई है.
मंत्री विजय वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि, भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेेंद्र फडणवीस द्वारा इम्पेरिकल डेटा संकलित करने के संदर्भ में जो प्रश्न उपस्थित किये गये है, वे कुछ हद तक सही भी है और राज्य सरकार को भी इन समस्याओं व दिक्कतों की पूर्व कल्पना थी. यदि केवल सरनेम के आधार पर ही सैम्पल सर्वे किया जाता है, तो इससे ओबीसी संवर्ग का नुकसान हो सकता है. इस बात के मद्देनजर अब सैम्पल सर्वे में सुधार किया गया है. इस संदर्भ में खुद उन्होंने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से बात की है. इस समय राज्य में 20 लाख कर्मचारी है. जिनकी सहायता से ओबीसी संवर्ग का इम्पेरिकल डेटा संकलित किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, राज्य सरकार द्वारा ओबीसी संवर्ग का कोई भी नुकसान नहीं होने दिया जायेगा और यद्यपि अधिसूचना जारी हो गई है, लेकिन अदालत के आदेश पर ही चुनाव करवाये जायेंगे.

* विधान परिषद में सहायता हेतु सेना के साथ होगी चर्चा
– संख्याबल के अनुसार विधान परिषद में शिवसेना के 2 व राकांपा के 2 प्रत्याशी चुने जायेंगे.
– कांग्रेस को दूसरी सीट पर जीत हासिल करने हेतु 9 वोटों की जरूरत है. यदि आघाडी के सभी दल साथ मिलकर चुनाव लडते है, तो कांग्रेस के दूसरे प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है.
– इस बारे में शिवसेना के साथ चर्चा की जायेगी. ऐसी जानकारी देते हुए मंत्री वडेट्टीवार ने दावा किया कि, विधान परिषद चुनाव में सभी निर्दलीय विधायक महाविकास आघाडी के साथ ही रहेंगे.

* पहली पसंद के 162 वोट, सरकार स्थिर
मंत्री वडेट्टीवार के मुताबिक राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाडी को पहली पसंद के 162 वोट मिले. जिसका सीधा मतलब है कि, आघाडी सरकार पूरी तरह से स्थिर है, लेकिन इस चुनाव में हमारा नियोजन थोडा गलत हो गया. ऐसे में हम विधान परिषद के चुनाव में सावधानी बरतेंगे और एक-दूसरे के साथ सहयोग करते हुए सभी निर्दलीय विधायकों को भी अपने साथ रखेंगे, ताकि सब लोग साथ मिलकर महाराष्ट्र को प्रगती पथ पर आगे बढा सके.

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