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छत्रपति संभाजी महाराज के सम्मान में, विहिंप-बजरंग दल मैदान में

औरंगजेब की कब्र हटाने अब राज्यव्यापी मुहिम

* शिवजयंती से शुरु होगा आंदोलन
अहिल्यानगर./दि. 15 – छत्रपति संभाजी नगर के खुलताबाद परिसर स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को तुरंत हटाए जाने की मांग अब पूरे राज्यभर में जोर पकड रही है. जिसे लेकर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने आगामी सोमवार 17 मार्च को शिवजयंती से समूचे राज्य में अभियान शुरु करने की घोषणा की है और छत्रपति संभाजी महाराज के सम्मान हेतु मैदान में उतरते हुए औरंगजेब की कब्र को महाराष्ट्र से हटाने के लिए तीव्र आंदोलन करने का ऐलान किया है.
बता दें कि, आलमगीर कहे जाते मुगल शहंशाह औरंगजेब की मौत नगर में भिंगार के पास आलमगीर में हुई थी. जहां पर औरंगजेब का एक स्मृति स्थल भी बनाया गया है. इसके अलावा छत्रपति संभाजी नगर जिले के खुलताबाद में औरंगजेब के पार्थिव को दफन किया गया था, जहां उसकी कब्र बनाई गई है. ऐसे में खुलताबाद स्थित कब्र को खोदने के साथ ही आलमगीर स्थित स्मृति स्थल को हटाने की मांग विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्वारा उठाई गई है. इसके अलावा समूचे राज्य में जहां कहीं पर भी औरंगजेब के स्मृति स्थल होंगे उन्हें हटाने के लिए भी आंदोलन करने की भूमिका अपनाई गई है. इसके तहत सोमवार 17 मार्च को तिथि नुसार शिवजयंती के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्वारा राज्य के सभी जिलाधीश व तहसीलदार कार्यालयों के समक्ष आंदोलन किया जाएगा.
इस संदर्भ में विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के महाराष्ट्र-गोवा क्षेत्र संयोजक विवेक कुलकर्णी द्वारा बताया गया कि, औरंगजेब एक बेहद क्रूर व हिंदू धर्मद्वेषी मुगल शासक था. जिसने गुरु गोविंद सिंह एवं उनके पूरे परिवार की निर्ममतापूर्वक हत्या करने के साथ ही गुरु गोविंद सिंह के दो साहिबजादों को जिंदा ही दीवार में चुनवा दिया था. साथ ही औरंगजेब ने श्री काशी विश्वेश्वर मंदिर, काशी स्थित बिंदू माधव मंदिर की तोडफोड करने के साथ ही मथुरा स्थित श्री केशव मंदिर को तोडकर वहां की मूर्तियों को आग्रा स्थित मस्जिद की सीढियों के नीचे गाड दिया था. सौराष्ट्र स्थित सोमनाथ मंदिर, त्र्यंबकेश्वर स्थित त्र्यंबक मंदिर व जेजूरी गढ पर आक्रमण करनेवाले औरंगजेब ने हिंदूओं के सभी धार्मिक पर्वों एवं त्यौहारों पर प्रतिबंध लगाते हुए हिंदूओं पर जजिया कर लादा था. साथ ही औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज पर अमानवीय अत्याचार करते हुए उनकी हत्या की थी और छत्रपति संभाजी महाराज की पत्नी रानी येसूबाई व बेटे शाहू महाराज को कैद करते हुए शाहू महाराज का धर्म परिवर्तन करने का कई बार प्रयास किया था. साथ ही नेताजी पालकर का भी जबरन धर्मांतरण औरंगजेब ने ही करवाया था. ऐसे में इस तरह के हिंदूद्वेषी औरंगजेब के किसी भी स्मारक और उसकी कब्र को देश में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अत: विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्वारा इसके खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन छेडा जा रहा है.

* औरंगजेब की कब्र के पास बढा बंदोबस्त
– दो अधिकारियों सहित एसआरपीएफ की कंपनी तैनात
इसी बीच औरंगजेब की कब्र हटाने के संदर्भ में राज्यभर से उठ रही मांग तथा सोमवार से विहिंप व बजरंग दल द्वारा शुरु किए जानेवाले राज्यव्यापी आंदोलन को ध्यान में रखते हुए अब छत्रपति संभाजी नगर के खुलताबाद स्थित औरंगजेब की कब्र के आसपास तगडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है. जहां पर दो अधिकारियों सहित एआरपीएफ की एक कंपनी को तैनात किया गया है. जिसके तहत कब्र वाले परिसर में दो अधिकारी व 15 कर्मचारी नियुक्त किए गए है. वहीं कब्र की ओर जानेवाले रास्तों पर दो जगह पर नाकाबंदी व दो जगहों पर फिक्स पॉईंट ड्यूटी लगाई गई है. जहां पर कब्र देखने हेतु जानेवाले पर्यटकों की बेहद कडाई के साथ तलाशी ली जा रही है. इसके बाद ही पर्यटकों को कब्र की ओर जाने दिया जा रहा है.

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