मुंबई/दि.17- महायुति सरकार ने मंगलवार को 200 से अधिक शासन निर्णय जीआर जारी किए. आचार संहिता लागु होने के बाद यदि कोई जीआर जारी हुआ होगा तो उसकी जांच की जाएगी. यह दावा प्रदेश के चुनाव आयुक्त एस चोक्कलिंगम ने किया. मीडिया से संवाद दौरान उन्होंने बताया कि 2019 की तुलना में 69 वोटर्स बढ गए हैं. चुनाव अधिकारी ने कहा कि जीआर किस समय जारी किए गए, इसकी जांच होगी. वोट जिहाद शब्द के बारे में भी उन्होंने जांच की बात कही.
पुंगी निशानी भी रहेंगी
चुनाव आयुक्त ने स्पष्ट किया कि पुंगी (ट्रम्पैट) निशानी भी निर्दलीय प्रत्याशी को दी जा सकती है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने इस बारे में पहले ही मुद्दा स्पष्ट कर दिया हैं. यह निशानी ईवीएम पर रहेगी. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार के नाम वर्णमाला के क्रम और पार्टी की राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मान्यता के हिसाब से रहते हैं. उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि 19 अक्तूबर तक मतदाता सूची में नाम लिखाया जा सकता है.