* प्रकरणों को कम करने के लिए भूमि अभिलेख विभाग की पहल
पुणे/दि. 8– आपने सातबारह दाखिले पर कोई फेरफार किया है? आपकी संपत्ति पत्रिका पर फेरफार पंजीयन के लिए आवेदन किया है? आपका यह प्रकरण प्रलंबित है क्या? रुकिए, अब आपको इस बाबत कही जाने की आवश्यकता नहीं है. घर बैठे आपके प्रकरण का ट्रैकिंग अब ऑनलाईन करते आ सकेगा. किसी अधिकारी अथवा कर्मचारी के पास यह प्रकरण प्रलंबित हो तो वह तुम्हें ऑनलाईन ही पता चलने वाला है. इस बाबत आप संबंधितों को प्रकरण क्यों अटका हुआ है, इस बाबत पूछताछ कर सकते हैं. ‘आपली चावडी’ इस भूमिअभिलेख विभाग की वेबसाइट पर अब यह सुविधा उपलब्ध कर दी गई है. इससे सातबारह दाखिला, संपत्ति पत्रिका तथा नापजोख प्रकरण के प्रलंंबितता के दिन कम करने के लिए भूमि अभिलेख विभाग के संचालक ने यह कदम उठाया है.
सातबारह दाखिले अथवा संपत्ति दस्तावेज पर फेरफार करने के बाद उसे मंजूरी मिलने पर सुधारित दाखिला अथवा दस्तावेज हाथ में आने तक इस प्रकरण की विविध अधिकारी व कर्मचारियों की तरफ से जांच की जाती है. पश्चात उसे मंजूरी मिलती है. लेकिन एक बार फेरफार किए जाने के बाद वह कितने दिनों में मिल सकेगी, इसकी जानकारी आम लोगों को नहीं रहती. इसके पूर्व ‘आपली चावडी’ वेबसाइट पर कोई प्रकरण किस स्तर पर प्रलंबित है, यह केवल वरिष्ठ अधिकारी को ही पता चल सकता था. लेकिन अब भूमि अभिलेख संचालक तथा सहकार आयुक्त निरंजन कुमार सुधांशु ने यह सुविधा नागरिकों के लिए भी उपलब्ध कर दी है.
घर बैठे मिल सकेगी जानकारी
यह ऑनलाईन सुविधा है. आवेदक को घर बैठे अपने प्रकरण का ट्रैकिंग करते आ सकेगा. फिलहाल सातबारह व संपत्ति दस्तावेज के फेरफार पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कर दी गई है. आपका प्रकरण किस टेबल पर कितने दिन से पड़ा है, इसकी जानकारी नागरिकों को मिलने के बाद वह संबंधित से इस बाबत पूछताछ कर सकता है. इस कारण नागरिकों की शिकायतें कम होने में सहायता मिलने वाली है.
– निरंजनकुमार सुधांशु, संचालक, भूमि अभिलेख व आयुक्त सहकार विभाग, पुणे
प्रलंबितता कम होगी
फिलहाल पुणे विभाग में ऐसे फेरफार पंजीयन की औसतन हर दिन की संख्या 26 है. जबकि कोकण विभाग में इसके लिए 31 दिन लगते हैं. अमरावती विभाग में 20 दिनों में ही फेरफार पंजीयन पूर्ण होता है. इस ऑनलाईन सुविधा के कारण फेरफार पंजीयन की औसतन दिनों की संख्या कम होकर इस प्रक्रिया को कम दिनों में पूर्ण करते आ सकेगा.