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मुस्लिम होने के शक में जैन बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या

नीमच के भाजपा नेता ने आधार कार्ड मांगा, तड़ातड़ जड़े तमाचे, वीडियो भी बनाया

* मानसिक रूप से कमजोर था बुजुर्ग व्यक्ति, सडक किनारे मिला शव
रतलाम– रतलाम जिले की सबसे बुजुर्ग सरपंच पिस्ताबाई चत्तर (86) के बड़े बेटे भंवरलाल जैन (65) की एक भाजपा नेता ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. सनसनीखेज जानकारी यह है कि, इस बुजुर्ग को मुसलमान होने के शक में मार डाला गया. मरने वाला शख्स एक अन्य भाजपा नेता का भाई था.
जानकारी के मुताबिक सरपंच का पूरा परिवार 15 मई को भेरूजी पूजा करने चित्तौड़गढ़ गया था। 16 मई को पूजा-पाठ के बाद भंवरलाल लापता हो गए. गुरुवार को उनका शव मनासा (नीमच) में पुलिस थाने से आधा किमी दूर रामपुरा रोड पर मिला था. वहीं अब भंवरलाल को बुरी तरह पीटे जाने का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें नीमच का भाजपा नेता दिनेश कुशवाह इस बुजुर्ग को बुरी तरह पीटता दिखाई दे रहा है. साथ ही वह बार-बार भंवरलाल से उसका आधार कार्ड दिखाने की बात भी कह रहा है. वीडियो में दिखाई दे रहे दृश्य एवं सुनाई दे रही आवाज के मुताबिक दिनेश कुशवाह ने जब इस बुुजुर्ग से उसका नाम-पता पूछा, तो मानसिक रूप से कमजोर भंवरलाल के मुंह से मोहम्मद निकला. यह सुनकर दिनेश उस पर और भी अधिक टूट पड़ा और उसने भंवरलाल को लगातार चांटे मारे. पुलिस ने मनासा (रतलाम) के दिनेश कुशवाहा पर एफआईआर दर्ज कर ली है. पता चला है कि, दिनेश कुशवाह भाजपा युवा मोर्चा और नगर इकाई में पदाधिकारी रहा है. उसकी पत्नी मनासा नगर परिषद में वार्ड नंबर 3 से भाजपा की पार्षद रही है.
* मानसिक रूप से अस्वस्थ थे भंवरलाल
सिरसा (रतलाम) की सरपंच पिस्ताबाई के तीन पुत्र है- भंवरलाल, अशोक और राजेश चत्तर. अशोक चत्तर मंडी में तुलावटी एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं, जबकि राजेश समाजसेवा में सक्रिय होकर सरपंच प्रतिनिधि हैं. सबसे बड़े बेटे भंवरलाल दिमागी रूप से अस्वस्थ थे. इसी वजह से उनकी शादी नहीं हुई थी.
* चित्तौड़गढ़ किले से लापता हो गए थे भंवरलाल
सरपंच पिस्ताबाई के परिवार के सभी लोग पूर्णिमा पर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किले पर भेरू पूजन करने गए थे. दूसरे दिन 16 मई को दोपहर 12 बजे भंवरलाल परिजनों को बिना बताए किले से नीचे उतर गए. परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन जब वे नहीं मिले तो चित्तौडगढ़ कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई. साथ ही सबने सोचा कि वे बस में बैठकर अकेले जावरा आ गए होंगे, इसलिए वहां भी तलाश शुरू की, लेकिन गुरुवार 19 मई को दोपहर में मनासा के रामपुरा रोड पर भंवरलाल की लाश मिली. पुलिस ने इसे अस्पताल में रखा और मृतक की शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर फोटो वायरल किया. सरसी में जैसे ही छोटे भाई अशोक और राजेश को सूचना मिली, उन्होंने मनासा पहुंचकर शव की पहचान की. शिनाख्ती के बाद शुक्रवार सुबह पोस्टमॉर्टम कर शव गांव लाए और अंतिम संस्कार किया.
* मारपीट का वीडियो खुद आरोपी ने वायरल किया
इसी दौरान मारपीट का वीडियो खुद दिनेश कुशवाह ने स्वच्छ भारत नामक वॉटसएप ग्रुप में शेयर किया. जहां से अन्य ग्रुप में होते हुए यह वीडियो भंवरलाल के परिजनों तक पहुंचा. जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई और पुलिस ने इसी वीडियो के आधार पर संज्ञान लेते हुए भाजपा पार्षद के पति की तलाश शुरू की और मामला दर्ज किया. फिलहाल आरोपी दिनेश कुशवाह फरार है. पता चला है कि, शुरुआत में मनासा थाना पुलिस एफआईआर करने को लेकर टालमटोल करती दिखाई दी. लेकिन जैन समाज और परिजनों की ओर से लगातार बढते दबाव के चलते आरोपी दिनेश कुशवाहा पर धारा 302 और 304 के अंतर्गत केस किया गया.

* क्रूरता की हदें पार कर दी थी दिनेश ने
मृतक के भाई राजेश चत्तर का कहना है कि, भंवरलाल अपने भोलेपन के कारण कुछ बता नहीं पाए होंगे. उनके साथ दिनेश ने बुरी तरह मारपीट की. शंका है कि इसी से मौत हुई. पोस्टमॉर्टम के वक्त शरीर पर मारपीट के निशान भी थे. मारपीट करने वाले ने उनकी जेब से 200 रुपए भी निकाल लिए. उन्होंने यह भी बताया कि, मनासा में जब पीएम के दौरान पैर पर लगी चोटे देखकर उन्होंने पूछताछ की, तो उन्हेें वहां से जबरन बाहर निकाल दिया गया. सही जानकारी भी नहीं दी गई. इससे तय है कि उनकी मौत मारपीट से ही हुई. पश्चात मृतक के भाई राजेश चत्तर सहित सैकडों लोग मनासा थाने में दिनेश कुशवाह के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे. राजेश के मुताबिक उनके भाई भंवरलाल काफी घबराहट में थे और यदि दिनेश को भंवरलाल के संदर्भ में कोई शंका भी थी, तो वे उन्हें पुलिस के पास ले जाते. मारपीट करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं था.

* गृहमंत्री से कोई बात नहीं हुई
इसी बीच मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आया कि मृतक के परिजनों से उनकी बात हुई है. लेकिन मृतक के छोटे भाई राजेश चत्तर ने बताया उनकी गृहमंत्री से कोई बात नहीं हुई. इसी दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विट करते हुए कहा कि, ये मध्यप्रदेश में आखिर हो क्या रहा है? प्रदेश की कानून व्यवस्था आखिर कहां है? कब तक लोगों को यूं ही मारा जाता रहेगा? अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? सरकार का ध्यान तो सिर्फ इवेंट में है? इस मामले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक ट्विट को रीट्विट करते हुए लिखा कि, भले ही भाजपा के दिनेश कुशवाह के विरुद्ध धारा 302 के तहत केस दर्ज किया गया है. लेकिन देखते हैं गिरफ्तारी होती है या नहीं.

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