
* होटल से निकलने में हुई देरी
बुलढाणा/ दि. 23- मंगलवार के पहलगाम आतंकी अटैक से बुलढाणा के पत्रकार अरूण जैन का परिवार थोडे सेे से बच गया. उन्हें होटल से निकलने में विलंब हुआ. तब तक वे बुरसान पहुंचते उसके पहले आतंकी हमले की शुरूआत हो गई थी. अरूण जैन ने यहां लोगों व परिचितों से अपना अनुभव शेयर किया. उन्होंने बताया कि उनके साथ मुंबई में जीएसटी अधिकारी उनके भाई नीलेश जैन, पत्नी श्वेता, पुत्री अनुष्का, उसी प्रकार अरूण जैन के दोनों पुत्र ऋषभ एवं पारस भी इस टूर पर उनके साथ हैं.
अरूण जैन ने बताया कि पहलगाम में जिस होटल में वह ठहरे थे. वहां से बुरसान हेतु निकलने के लिए उन्हें थोडा समय लग गया. इतने में पता चला कि आतंकी धडाधड गोलीबारी कर रहे हैं. ऐसे में होटल मालक और प्रबंधक ने जैन परिवार को बाहर नहीं निकलने दिया. जिससे जैन परिवार बाल- बाल बच गया. अरूण जैन मानते हैं कि इस घटना से वे सभी भयभीत हो गये थे. उन्होंने शासन से पर्यटकों को महफूज जगह ले जाने की मांग की है. अरूण जैन ने बताया कि 21 अप्रैल को वे लोग पहलगाम पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि कभी- कभी किसी कार्य में विलंब हो जाना फायदेमंद रहता है. यहां तो उन्हें होटल से निकलने में हुई देरी में उन सभी की जान बचा ली. प्राणों की रक्षा कर दी. उधर बुलढाणा जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.