जरांगे जोडेगे जाति समीकरण
एक समाज के भरोसे चुनाव नहीं लडा जा सकता
* एक उम्मीदवार देने पर विचार
जालना/दि.24- मराठा आरक्षण आंदोलक मनोज जरांगे ने स्वीकार किया कि किसी एक जाति के बल पर चुनाव नहीं लडा जा सकता. इसके लिए जाति समीकरण जोडने का वे प्रयत्न करेंगे. उन्होंने आज 24 अक्तूबर को उम्मीदवारों की घोषणा टाल दी. पहले वे उन उम्मीदवारों के नाम घोषित करने वाले थे. जिन्हें विधानसभा में भेजा जाना चाहिए. ताकि मराठा समाज को आरक्षण प्राप्त हो.
दो दिन पहले की बैठक में जरांगे ने मराठा समाज को ध्यान में रखकर विधानसभा चुनाव के नामांकन भरने के निर्देश दिए थे. आज उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि एक जाति के बल पर चुनाव नहीं लडा जा सकेगा. सभी को साथ लेकर राजकीय समीकरण जोडने की बात जरांगे व्दारा कहते ही राजकीय क्षेत्र के अनेक लोगों ने अचरज व्यक्त किया. उनका कहना रहा कि मनोज जरांगे राजनीति से अलग रहने की बात आंदोलन दौरान कह रहे थे. अब वे ही पलट रहे हैं.
प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में चार पांच लोगों व्दारा नामांकन दाखिल करने के निर्देश मनोज जरांगे ने दिए थे. उन्होंने 29 या 30 तारीख को निर्वाचन क्षेत्र और उम्मीदवार घोषित करने की बात कही है. निशानी मिले बगैर उपयोग नहीं रहने की बात मनोज जरांगे ने कही. 29 अक्तूबर को नामांकन की अंतिम तिथी है.