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कारगिल युध्द नायक कर्नल अढाउ बाल- बाल बचे

सांसद बोंडे के हैं भ्राता

* अफ्रीकी देश कांगो के गोमा में हुआ हमला
लखनउ/ दि. 30- कारगिल युध्द नायक कर्नल राजेश अढाउ सोमवार शाम मोनुस्को मिशन दौरान अफ्रीकी देश कांगो के गोमा में हुए राकेट और ग्रैनेड हमले में बाल-बाल बच गये. वे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन दौरान भारतीय सैनिक अस्पताल के कमांड अधिकारी के रूप में वहां तैनात है. हिंसा तब हुई जब कांगो सेना और एम.23 विद्रोहियों के बीच संघर्ष हुआ. राजेश अढाउ के क्वार्टर पर राकेट से ग्रैनेड दागे गये.
कर्नल अढाउ जिस सैन्य अस्पताल टुकडी का नेतृत्व कर रहे हैं. उसमें 92 चिकित्सक और 28 विशेषज्ञ है. पिछले वर्ष फरवरी से गोमा में तैनात है. कर्नल अढाउ की पत्नी डॉ. दीपाली दिल्ली कैन्टानमेंट में पुत्र के साथ रह रही है. उन्होंने बताया कि हमले के बारे में सुनने के पश्चात मंगलवार सबेरे जब कर्नल अढाउ से उनकी बातचीत हुई. कर्नल अढाउ ने बताया कि उन्हें खरोच भी नहीं आयी है. वे सुखरूप है. हालांकि उन्होंने बताया कि उनके क्वार्टर पर फेंके गये ग्रैनेड के हमले से मात्र 10 सेकंड पहले वे वहां से निकले थे. यह क्वार्टर फाइबर और स्टील से बना है.
शांति सेना के अधिकारियों की पत्नी व रिश्तेदारों को उपरोक्त हमले की घटना के बारे में पता चलते ही वॉट्सअप सहित सभी माध्यमों पर कुशल क्षेम पूछी जा रही है. गोमा में भारतीय सेना ने अपने कब्जे के सभी अस्पताल परिसर पर सुरक्षा बढा दी है. संयुक्त राष्ट्र के शांति दल में भारत के अलावा उरूग्वे, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका का समावेश है. यह भी कहा जा रहा है कि भारतीय सैनिक अस्पताल या संयुक्त राष्ट्र मिशन पर सीधा हमला नहीं किया गया होगा. दोनों के संघर्ष में गलती से रॉकेट इधर गिराए गये.

* तरोडा के मूल निवासी
बता दें कि कर्नल राजेश अढाउ सेना मेडल प्राप्त हैं. वे सांसद और बीजेपी जिलाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे के फुफेरे भाई हैं. मूलरूप से मोर्शी के तरोडा के रहनेवाले हैं. अभी उनके माता-पिता वर्धा जिले के शामजी पंत तलेगांव में रहते हैं.

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